Gandhi Maidan Patna: पटना के गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर चार जोन में बांट निर्धारित मानकों के अनुसार तैयारी की जा रही है. चारों जोन में एडीएम स्तर के अधिकारी विधि-व्यवस्था व सुरक्षा पर नजर रखेंगे. समारोह में आने वाली भीड़ को लेकर सभी प्रवेश द्वार व परिसर के अंदर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जायेगी.पटना डीएम त्यागराजन ने स्वतंत्रता दिवस की तैयारी को लेकर गांधी मैदान का निरीक्षण किया.
गांधी मैदान में की जाएगी विशेष सुरक्षा इंतजाम
गांधी मैदान में 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित राजकीय समारोह में सुरक्षा को लेकर 128 सीसीसीटीवी से नजर रखी जायेगी. चार जोन में बांट कर समारोह की तैयारी की जा रही है हरेक जोन में एडीएम स्तर के बरीव अधिकारियों के नेतृत्व में काम हो रहा है. गुरुवार को डीएम डॉ त्यागराजन राजन एसएम व एसएसपी व कार्तिक के शर्मा ने गांधी मैदान का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने गांधी मैदान पर ही अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों के सभी बिंदुओं पर समीक्षा की डीएम ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह की सभी तैयारियां तेजी से चल रही है.
पूरे गांधी मैदान को चार जोन में बांटा गया है, समारोह में 128 सीसीटीवी कैमरों से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी. इसमें गांधी मैदान के चारों तरफ 49 व अंदर में 79 कैमरा क्रियाशील है. अस्थायी थाना बनाया गया है. 18 वाच टावर से पूरे परिसर पर नजर रखी जायेगी. बुडको द्वारा गांधी मैदान में विभिन्न स्थानों पर 56 डेकोरेटिव लाइट लगाया गया है.
ट्रैफिक व्यवस्था की मिलेगी जानकारी
डीएम डॉ त्यागराजन राजन व एसएसपी कार्तिक के शर्मा ने गांधी मैदान का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया. डीएम ने कहा कि ट्रैफिक प्लान की जानकारी लोगों को मिलेगी. ट्रैफिक एसी प्लान बना कर संबंधित सूचना अखबारों में प्रकाशित करायेंगे. ताकि लोग समारोह के समय वैकल्पिक मार्ग का चुनाव कर सके. झाकियों का प्रदर्शन का प्रबंध डीडीसी के नेतृत्व में जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी एवं नजारत उप समाहर्ता करेंगे.
वाहनों व उपकरणों की जांच होगी समारोह के दिन प्रवेश करनेवाले सभी वन उपकरणों की एंटी-बेटा जांच होगी. तकनीकी परीक्षण पुलिस अधोक्षक, विशेष शाखा के स्तर से की जायेगी. विलंब किये जाने पर गाड़ी के प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी. डीएम ने अनुमोदित नवरा के अनुसार बेरिकेडिंग की पूरी व्यवस्था करने व गांधी मैदान को समतलीकरण करने को का गया. परेड निरीक्षण तथा झांकियों के रास्ते व प्रवेश द्वार में ग्रीक पिंचिंग की जाए.
नगर निगम विशेष सफाई करेगा, जल निकासी सुनिश्चित की जाएगी. 1 से 13 अगस्त तक परेड अभ्यास शुरू होगा. पेयजल, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. ट्रैफिक प्लान तैयार किया जा रहा है, 15 अगस्त के दिन ट्रैफिक डायवर्ट रहेगा. सभी वाहनों की एंटी-सबोटाज जांच विशेष शाखा द्वारा की जाएगी. अस्थायी चिकित्सा केंद्र, चिकित्सक, एम्बुलेंस और दवाएं मौजूद रहेंगी. साथ ही अग्निशमन दल की तैनाती रहेगी.
गांधी मैदान में 14 अगस्त तक आम लोगों के प्रवेश पर रोक
पटना. गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस की तैयारी को लेकर सुबह- शाम घूमनेवाले लोगों पर शुक्रवार से 14 अगस्त तक प्रवेश पर रोक रहेगी. इस संबध में डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने आदेश जारी किया है. आदेश में कहा गया है कि समारोह को लेकर एक अगस्त से 13 अगस्त तक परेड का पूर्वाभ्यास होना है. इसलिए सुरक्षा दृष्टिकोण से गांधी मैदान में आमजनों, सुबह-शाम घूमनेवाली तथा अन्य प्रयोजनों से आने- जानेवाले लोगों के प्रवेश पर पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा. स्वतंत्रता समारोह के आयोजन की तैयारियों को लेकर केवल संबंधित पदाधिकारियों व कर्मियों को प्रवेश की अनुमति रहेगी. 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह के कार्यक्रम के दौरान आमजनों के प्रवेश के लिए खुला रहेगा.
13 से अधिक झांकियों का होगा प्रदर्शन
डीएम ने आगे कहा कि साथ ही बिहार सरकार जो कल्याणकारी और विकास की कार्य हो रही है, उसको परिलक्षित करने वाले झांकियां का प्रदर्शन किस प्रकार रहेगा इसका निरीक्षण किया गया है. इस बार बहुत ही अच्छा प्रदर्शन रहेगा. कल विकास आयुक्त के अध्यक्षता में बैठक हुई है जिसमें कई महत्वपूर्ण स्कीम्स का जो राज्य सरकार ने घोषणा किया है, उसका भी प्रदर्शन किया जाएगा. जिससे पूरे बिहार भर में एक अच्छा मैसेज जाएगा. यहां की व्यवस्था अच्छा रहे इसलिए सभी पदाधिकारी की भूमिका तय कर कार्यों का क्रियान्वयन किया जा रहा है. तैयारी अभी तक अच्छी है और 15 अगस्त तक बची हुई तैयारी को पूरा करने का निर्देश दिया गया है. अभी तक 13 प्रकार की झांकियां फाइनल है लेकिन कुछ और भी जाकर इसमें जुड़ सकता है जल्द ही इसकी जानकारी दे दी जाएगी.
Also Read: F-35 Fighter Jets : अमेरिका को लगा जोरदार झटका! भारत नहीं खरीदेगा एफ-35 फाइटर जेट
Bihar News: क्या आपने कभी सोचा है कि कबाड़—जैसे पुराने टायर, टूटी चूड़ियां, इलेक्ट्रिक वेस्ट और धातु के बेकार टुकड़े—भी किसी शहर की शान बन सकते हैं? पटना अब इसी सोच को हकीकत में बदलने जा रहा है.
गंगा किनारे बांसघाट पर देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की समाधि के पास बनने जा रहा है एक अनोखा पार्क—‘बिहार गौरव पार्क’, जो होगा ‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पर आधारित. यह पार्क न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि लोगों को वेस्ट मैनेजमेंट और पर्यावरण संरक्षण का नया दृष्टिकोण भी देगा.
राजेंद्र बाबू और जयप्रकाश नारायण की विरासत से जोड़ता स्थान
बिहार गौरव पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण होगा उसका स्थान चयन. यह पार्क एक तरफ देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की समाधि के पास बनेगा और दूसरी ओर जेपी गंगा पथ से सटा होगा, जिससे यहां प्रतिदिन हजारों लोग गुजरते हैं.
इसके चलते पार्क ना केवल पर्यटकों के लिए बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा. इसके पास लोकनायक जयप्रकाश नारायण का समाधि स्थल भी विकसित किया जाएगा, जिससे यह क्षेत्र ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से और समृद्ध होगा.
क्या है ‘वेस्ट टू वंडर’ पार्क?
‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पर आधारित पार्क एक ऐसी जगह होगी, जहां स्क्रैप और अनुपयोगी सामग्रियों से कलात्मक मूर्तियां और संरचनाएं बनाई जाएंगी. यह पार्क 10 एकड़ में फैलेगा और इसकी लागत लगभग 15 करोड़ रुपये आंकी गई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनोखी पहल
पटना के बांसघाट क्षेत्र में मंगलवार को निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पार्क और लोकनायक जयप्रकाश नारायण की समाधि स्थल को विकसित करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि इस पार्क के निर्माण से यह इलाका दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित होगा और लोगों को पर्यावरणीय जागरूकता के साथ-साथ ऐतिहासिक विरासत से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा.
निर्माणाधीन शवदाह गृह भी होगा आधुनिक
मुख्यमंत्री ने बांसघाट क्षेत्र में निर्माणाधीन शवदाह गृह परिसर का भी निरीक्षण किया. अधिकारियों ने उन्हें प्रगति की जानकारी दी और बताया कि यह स्थल जल्द ही आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा, जिससे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया और अधिक सम्मानजनक और व्यवस्थित होगी.
Also Read: Bihar News: पूरा होगा, ग्रेटर पटना का सपना. पटना समेट 11 शहरों में बनेगी नोएडा जैसी टाउनशिप
[post_title] => Bihar News: बिहार गौरव पार्क, कबाड़ से बनेगा कमाल, पटना में 'वेस्ट टू वंडर' थीम पर नया आकर्षण [post_excerpt] => Bihar News: गंगा किनारे बांसघाट पर देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की समाधि के पास बनने जा रहा है एक अनोखा पार्क—‘बिहार गौरव पार्क’, जो होगा ‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पर आधारित. यह पार्क न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा होगा. [post_status] => publish [comment_status] => closed [ping_status] => closed [post_password] => [post_name] => bihar-news-bihar-gaurav-park-wonders-will-be-created-from-junk-new-attraction-on-the-theme-waste-to-wonder-in-patna [to_ping] => [pinged] => [post_modified] => 2025-08-30 12:05:03 [post_modified_gmt] => 2025-08-30 06:35:03 [post_content_filtered] => [post_parent] => 0 [guid] => https://www.prabhatkhabar.com/?p=3647954 [menu_order] => 0 [post_type] => post [post_mime_type] => [comment_count] => 0 [filter] => raw [filter_widget] => newsnap ) [1] => WP_Post Object ( [ID] => 3647903 [post_author] => 3771 [post_date] => 2025-08-06 11:03:18 [post_date_gmt] => 2025-08-06 05:33:18 [post_content] =>Bihar Flood Alert: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बागमती नदी एक बार फिर तबाही की राह पर है. लगातार बढ़ते जलस्तर के कारण औराई प्रखंड में बभनगामा पूर्वी टोला स्थित बागमती की उत्तरी उपधारा पर बना चचरी पुल मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे बह गया. पानी के भारी दबाव के बीच पुल के संचालक महेंद्र सहनी और सत्यनारायण सहनी ने बांस-बल्ली से पुल के कुछ हिस्सों को बचाने की कोशिश की, लेकिन नदी का बहाव ज्यादा तेज था. अब इलाके में नाव ही एकमात्र सहारा बन गई है.
तीन फीट तक पानी बढ़ा
बागमती की उत्तरी और दक्षिणी दोनों उपधाराओं में करीब तीन फीट तक पानी बढ़ चुका है. अतरार में दक्षिणी उपधारा अब मुख्यधारा का रूप ले चुकी है, जिससे पानी तेजी से आसपास के इलाकों में फैल रहा है. हालांकि कटौंझा क्षेत्र में बागमती फिलहाल खतरे के निशान से नीचे बह रही है, लेकिन हालात तेजी से बिगड़ने की आशंका है.
नावों पर जिंदगी, गांवों में घिर गई ज़िंदगी
प्रखंड के लगभग एक दर्जन गांवों में लोग अब नावों के सहारे ही आना-जाना कर पा रहे हैं. हालात यह हैं कि जिन रास्तों से कभी बच्चे स्कूल जाते थे और किसान खेतों तक पहुंचते थे, अब वहीं से नावें गुजर रही हैं.
इधर, बेनीबाद में भी खतरे की घंटी बज चुकी है. बागमती का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण तटबंध पर कटाव की आशंका को लेकर पथ प्रमंडल-2 की टीम सक्रिय हो गई है. कार्यपालक अभियंता ओमप्रकाश की निगरानी में तटबंध की सुरक्षा पर नजर रखी जा रही है.
पीपा पुल पर संकट, संपर्क टूटा
कटरा क्षेत्र के बकुची में बागमती पर बने पीपा पुल के दाहिने हिस्से के एप्रोच पर पानी चढ़ गया, जिससे तीन घंटे तक आवागमन पूरी तरह ठप रहा. मरम्मत के बाद हल्के वाहनों की आवाजाही तो शुरू हुई, लेकिन चारपहिया वाहन अब भी नहीं गुजर पा रहे हैं. उत्तरी हिस्से की 14 पंचायतों के लाखों लोगों के लिए प्रखंड मुख्यालय पहुंचना चुनौती बन गया है.
नाव बनी जीवनरेखा
जलस्तर के उतार-चढ़ाव को देखते हुए नाव की मांग अचानक बढ़ गई है. लोग दूर-दराज से छोटी नावें खरीदने पहुंच रहे हैं. किसान, मवेशी पालक और स्थानीय ग्रामीण अब छोटी नावों को ही अपनी जीवनरेखा मान बैठे हैं. बाजार में एक नाव की कीमत 40 से 50 हजार रुपये तक बताई जा रही है. बड़ी नावें कम हैं, इसलिए छोटी नाव की मांग अधिक है.
प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है. सीओ मधुमिता कुमारी ने कहा कि हर इलाके से रिपोर्ट ली जा रही है और जरूरत पड़ने पर राहत व बचाव कार्य शुरू किया जाएगा. फिलहाल बागमती के बढ़ते जलस्तर ने मुजफ्फरपुर के ग्रामीण इलाकों में चिंता की लहर पैदा कर दी है.
Also Read: डोमिसाइल नीति पर नीतीश कैबिनेट की मुहर, शिक्षक बहाली में बिहारवासियों को 84.4% आरक्षण
[post_title] => Bihar Flood Alert: बिहार के इस जिले में बागमती नदी का कहर, चचरी पुल बहा, गांवों में नाव ही बना सहारा [post_excerpt] => Bihar Flood Alert: मुजफ्फरपुर में बागमती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे औराई व कटरा प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. मंगलवार को बभनगामा में चचरी पुल बह गया, जबकि कई इलाकों में नाव ही आवाजाही का जरिया बन गई है. प्रशासन अलर्ट मोड पर है और तटबंधों की निगरानी की जा रही है. [post_status] => publish [comment_status] => closed [ping_status] => closed [post_password] => [post_name] => bihar-flood-alert-bagmati-river-wreaks-havoc-in-muzaffarpur-chachari-bridge-washed-away [to_ping] => [pinged] => [post_modified] => 2025-08-06 11:03:20 [post_modified_gmt] => 2025-08-06 05:33:20 [post_content_filtered] => [post_parent] => 0 [guid] => https://www.prabhatkhabar.com/?p=3647903 [menu_order] => 0 [post_type] => post [post_mime_type] => [comment_count] => 0 [filter] => raw [filter_widget] => newsnap ) [2] => WP_Post Object ( [ID] => 3647856 [post_author] => 5368 [post_date] => 2025-08-06 09:55:43 [post_date_gmt] => 2025-08-06 04:25:43 [post_content] =>Bihar News: बिहार में शहरीकरण को नई दिशा देने के लिए राज्य सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है. 'बिहार शहरी आयोजना स्कीम नियामावली 2025' को कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है, जिसके तहत अब बिना ज़मीन अधिग्रहण के ग्रीनफील्ड और सैटेलाइट टाउनशिप बसेंगी.
दिल्ली-नोएडा जैसी आधुनिक टाउनशिप अब बिहार के 11 प्रमुख शहरों में बसाई जाएंगी—और यह सब मुमकिन होगा लैंड पुलिंग मॉडल के जरिए, जिसमें जमीन मालिकों को मुआवज़ा नहीं, बल्कि विकास में सीधा हिस्सा मिलेगा
लैंड पुलिंग मॉडल पर आधारित होगी योजना
इस योजना के तहत भूमि मालिक अपनी जमीन सरकार को नहीं बेचेंगे, बल्कि योजना में योगदान के रूप में देंगे, बदले में उन्हें उसी क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं से युक्त विकसित भूखंड मिलेगा. इस मॉडल में किसी तरह की जबरन अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी. योजना का सारा व्यय पात्र निजी डेवलपर वहन करेंगे. सरकार पर वित्तीय भार नहीं पड़ेगा.
मंत्री ने बताया कि यह नीति भूमि मालिकों को क्षतिपूर्ति के बजाय अवसर देती हैं. न्यूनतम 100 हेक्टेयर क्षेत्र में विशेष थीम वाले टाउनशिप बसाने की योजना है. कुछ मामलों में यह सीमा 10 हेक्टेयर तक भी लाई जा सकती है. टाउनशिप में आवसीय, वानिज्यिक, औद्योगिक उपयोग के लिए क्षेत्र तय होंगे
जमीन मालिकों को सड़क किनारे प्लॉट मिलेगा
नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने कहा कि इस मांडल से उन क्षेत्रों में भी विकास संभव होगा जो अभी जमीन मालिक हैं और जहा पहुंच की कोई व्यवस्था नहीं है. भूमि पुनर्गठन इस तरह से होगा कि मालिकों को सड़क किनारे प्लांट मिलेगा और एफएआर के आधार पर उन्हें ज्यादा निर्मित क्षेत्रफल की अनुमति दी जाएगी. विवादों के समाधान के लिए विशेष ट्रिब्यूनल और रिजाल्यूशन मैकेनिज्म की व्यवस्था की गई है.
जमीन का उपयोग प्रतिशत में तय होगा
सड़क निर्माण के लिए अधिकतम :22%
कमजोर वर्गो के लिए आवास: 3%
सामाजिक संरचना (पार्क, हास्पिटल, थाना, बिजली स्टेशन, ग्रीन एरिया आदि) :5%
भूमि मालिकों को लौटाई जाने वाली जमीन: 55%
डेवलपर को विक्रय योग्य भूमि : 15%
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में एक बार फिर नया समीकरण उभर कर सामने आया है. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और हसनपुर से मौजूदा विधायक तेजप्रताप यादव ने पांच दलों के साथ मिलकर एक नया राजनीतिक मोर्चा खड़ा कर दिया है. मंगलवार को पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में तेजप्रताप ने इसकी औपचारिक घोषणा करते हुए बताया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव महुआ सीट से लड़ेंगे और गठबंधन की अगुवाई खुद करेंगे.
इन पार्टियों के साथ तेजप्रताप का गठबंधन
तेजप्रताप यादव का यह गठबंधन विकास वंचित इंसान पार्टी (वीवीआईपी), भोजपुरिया जन मोर्चा, प्रगतिशील जनता पार्टी, वाजिब अधिकार पार्टी और संयुक्त किसान विकास पार्टी को मिलाकर तैयार किया गया है. तेजप्रताप ने कहा कि इस गठबंधन का मकसद उन तबकों को साथ लाना है जो अब तक विकास और राजनीतिक हिस्सेदारी से वंचित रहे हैं.
उन्होंने कहा, "यह महज गठबंधन नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति में एक वैचारिक आंदोलन की शुरुआत है. हम हाशिए पर रह गए वर्गों को सम्मान और प्रतिनिधित्व दिलाने के लिए एकजुट हो रहे हैं."
तेजप्रताप ने राजद और कांग्रेस को भी दिया न्योता
तेजप्रताप ने वीवीआईपी के नेता प्रदीप निषाद के साथ मंच साझा करते हुए उन्हें निषाद समाज का असली प्रतिनिधि बताया और कहा कि मछुआरा समाज को राजनीतिक रूप से मजबूत बनाने के लिए उनकी भूमिका अहम होगी. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ दल निषाद समाज के नाम पर राजनीति तो करते हैं लेकिन उनके लिए काम कुछ नहीं करते.
तेजप्रताप ने राजद और कांग्रेस को भी इस गठबंधन में शामिल होने का खुला न्योता दिया. उन्होंने कहा कि अगर ये पार्टियां वास्तव में सामाजिक न्याय की राजनीति करती हैं, तो उन्हें इस नई धुरी का हिस्सा बनना चाहिए.
हसनपुर छोड़ महुआ की राह
तेजप्रताप यादव ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि वे इस बार हसनपुर नहीं, बल्कि महुआ से चुनाव लड़ेंगे. महुआ वही सीट है, जहां से उन्होंने 2015 में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी और पहली बार विधायक बने थे. अब एक बार फिर वह उसी सीट से अपनी "नई राजनीतिक धारा" की शुरुआत करने जा रहे हैं.
नई राजनीति की ओर कदम
तेजप्रताप यादव लंबे समय से अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश में लगे थे. कभी शिवभक्ति और कभी कृष्णभक्ति के जरिए वे खुद को अन्य नेताओं से अलग दिखाते रहे हैं. लेकिन इस बार उनका अंदाज बदला-बदला है. वो संगठित रणनीति के साथ आगे बढ़ रहे हैं.
Also Read: डोमिसाइल नीति पर नीतीश कैबिनेट की मुहर, शिक्षक बहाली में बिहारवासियों को 84.4% आरक्षण
[post_title] => Bihar Politics: तेजप्रताप यादव का नया सियासी गठबंधन, इन पांच दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान [post_excerpt] => Bihar Politics: तेजप्रताप यादव ने बिहार की राजनीति में नई दिशा देने की कोशिश शुरू कर दी है. उन्होंने पांच दलों के साथ मिलकर एक नया राजनीतिक मोर्चा बनाया है और महुआ से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. तेजप्रताप का कहना है कि यह गठबंधन हाशिए पर रहे वर्गों को राजनीतिक पहचान और अधिकार दिलाने के लिए बनाया गया है. [post_status] => publish [comment_status] => closed [ping_status] => closed [post_password] => [post_name] => bihar-politics-tej-pratap-yadav-announced-to-contest-election-with-five-political-parties [to_ping] => [pinged] => [post_modified] => 2025-08-06 09:50:46 [post_modified_gmt] => 2025-08-06 04:20:46 [post_content_filtered] => [post_parent] => 0 [guid] => https://www.prabhatkhabar.com/?p=3647847 [menu_order] => 0 [post_type] => post [post_mime_type] => [comment_count] => 0 [filter] => raw [filter_widget] => newsnap ) )Bihar News: बिहार गौरव पार्क, कबाड़ से बनेगा कमाल, पटना में ‘वेस्ट टू वंडर’ थीम पर नया आकर्षण
Bihar Flood Alert: बिहार के इस जिले में बागमती नदी का कहर, चचरी पुल बहा, गांवों में नाव ही बना सहारा
Bihar News: पूरा होगा, ग्रेटर पटना का सपना. पटना समेट 11 शहरों में बनेगी नोएडा जैसी टाउनशिप
Bihar Politics: तेजप्रताप यादव का नया सियासी गठबंधन, इन पांच दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरने का ऐलान