नई बिल्डिंग में क्या-क्या सुविधाएं होंगी
पीएमसीएच के नए टावर में कुल 65 ऑटोमेटेड आईसीयू बेड, 44 पोस्ट आईसीयू बेड, 10 डीलक्स कमरे, 100 प्राइवेट रूम और 2 सुइट रूम बनाये गए हैं. इन सुविधाओं से गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज का मिल पाएगा.
इसके अलावा दोनों टावरों में 10 ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) और इमरजेंसी वार्ड बनाए गए हैं. यहां मरीजों को तुरंत चिकित्सा सेवा मिल सकेगी. ₹160 करोड़ रुपये की लागत से इन दोनों टावरों में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण लगाए जा रहे हैं.
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पूरे बिहार को होगा फायदा
पीएमसीएच के विस्तार से ना सिर्फ पटना, बल्कि पूरे बिहार के लाखों मरीजों को लाभ मिलेगा. ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को बेहतर इलाज के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. सम्राट चौधरी ने बताया कि पीएमसीएच को विश्वस्तरीय अस्पताल बनाने की दिशा में यह एक मील का पत्थर है. आने वाले समय में और भी चरणों में विस्तार किया जाएगा, जिससे इसकी क्षमता और सुविधाएं और बढ़ेंगी.
इस परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि आने वाले कुछ महीनों में नए विभाग, अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर, मेडिकल लैब्स और स्पेशलिटी यूनिट्स भी शुरू की जाएंगी. इसके बाद पीएमसीएच पूरी तरह से एक आधुनिक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के रूप में डेवलप हो जायेगा.
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