– एएन कॉलेज के स्थापना दिवस पर राज्यपाल ने किया अनुग्रह नारायण की आदमकद प्रतिमा का अनावरण संवाददाता, पटना बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिन्हा का व्यक्तित्व प्रकाश स्तंभ की भांति है. वे आधुनिक बिहार के निर्माता थे. उनका अमूल्य योगदान बिहार के नवनिर्माण में रहा है. वे सामाजिक न्याय और समरसता के संरक्षक रहे. देश समाज की सेवा ही एक मात्र ध्येय था. वे एक कुशल प्रशासक थे और राज्य की जनता उनकी ऋणी है. महात्मा गांधी उनके आदर्श चरित्र थे. वह नैतिक मूल्यों के पोषक थे. उनके विचार व दर्शन आज भी प्रासंगिक हैं. ये बातें राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान ने कहीं. वह एएन कॉलेज में 69वें स्थापना दिवस सह 137वीं अनुग्रह जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि देश समाज की सेवा ही एक मात्र ध्येय था. महात्मा गांधी उनके आदर्श थे. वे एक कुशल प्रशासक थे और राज्य की जनता उनकी ऋणी है. इस दौरान छात्रों से कहा कि पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ आदर्श चरित्र भी जरूरी है. नैतिकता जीवन का सबसे महत्वपूर्ण अंग है, जो महत्वाकांक्षा को संयमित करती है. अनुग्रह बाबू एक कुशल प्रशासक के साथ-साथ बिहार के नव निर्माण में अहम योगदान करने वाले थे. इससे पूर्व राज्यपाल ने बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिन्हा की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया. साथ ही एक पोस्टर प्रदर्शनी का उद्घाटन भी राज्यपाल ने किया. इस मौके पर बिहार विभूति पर बने एक वृत्तचित्र को दिखाया गया. कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत प्राचार्य प्रो अरुण कुमार सिंह ने किया. इस दौरान उन्होंने महाविद्यालय की प्रगति से अवगत कराया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पाटलिपुत्र विवि के कुलपति डॉ इंद्रजीत सिंह ने किया. इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, बिहार म्यूजिम के महानिदेशक अंजनी कुमार सिंह, पद्मश्री डॉ आरएन सिंह, कुलपति डॉ इंद्रजीत सिंह, प्राचार्य प्रो अरुण कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया. कार्यक्रम में पीयू व एनओयू के पूर्व कुलपति प्रो केसी सिन्हा, मुंगेर विवि के कुलपति प्रो संजय कुमार, पाटलिपुत्र विवि के रजिस्ट्रार प्रो एनके झा, पूर्व स्टूडेंट्स वेलफेयर डीन प्रो एके नाग, डॉ रत्ना अमृत, डॉ सुशील कुमार, सुभाष कुमार के साथ अन्य लोग मौजूद थे.
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