-बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की पहली शैक्षणिक परिषद की बैठक संपन्न, कई अहम निर्णय लिये गये. संवाददाता, पटना बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की पहली शैक्षणिक परिषद की बैठक कुलपति डॉ सुरेंद्र नाथ सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित की गयी. बैठक में विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों के विस्तार और गुणवत्ता सुधार को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. बैठक में सर्वसम्मति से प्रोफेसर एमेरिटस योजना को स्वीकृति दी गयी, जिसके तहत राज्य के वरिष्ठ एवं अनुभवी चिकित्सा शिक्षकों को संस्थापक प्रोफेसर एमेरिटस की मान्यता दी जायेगी. पहला प्रोफेसर एमेरिटस देने का प्रस्ताव कुलपति प्रो सुरेंद्र नाथ सिन्हा को दिया जायेगा. इएसआइसी मेडिकल कॉलेज बिहटा के डीन डॉ विनय कुमार विश्वास ने प्रस्ताव दिया कि कुलपति डॉ सुरेंद्र नाथ सिन्हा को फाउंडर प्रोफेसर एमेरिटस घोषित किया जाये. यह प्रस्ताव विश्वविद्यालय के प्रति उनके योगदान को मान्यता देने के उद्देश्य से पारित किया गया. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में प्राकृतिक चिकित्सा व योग स्नातक पाठ्यक्रम (बैचलर ऑफ नैचुरोपैथी एंड योग) और पीएचडी पाठ्यक्रम शीघ्र ही प्रारंभ किये जायेंगे. परिषद द्वारा पटना मेडिकल कॉलेज पटना को विश्वविद्यालय की सहायक इकाई (एसोसिएट यूनिट) के रूप में अधिसूचित करने का निर्णय भी लिया गया. साथ ही, विश्वविद्यालय के अधीन आने वाले सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में नैतिक समिति (एथिकल कमेटी) के गठन और उसे आइसीएमआर से पंजीकृत कराने का निर्णय भी लिया गया. इसके अलावा, प्रोफेसर एमेरिटस को शिक्षण एवं शोध कार्यों में संलग्न करने तथा बिहार के चिकित्सा महाविद्यालयों में आगंतुक शिक्षक (विजिटिंग फैकल्टी) एवं विशेष व्याख्याता (गेस्ट फैकल्टी) की नियुक्ति की भी स्वीकृति दी गयी. इससे राज्य के चिकित्सा महाविद्यालयों में विशेषज्ञता आधारित शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा. बैठक में परीक्षा बोर्ड, संबद्धता समिति तथा विश्वविद्यालय के पुस्तकालयों और अधिकारियों से संबंधित कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय भी लिये गये. इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों के प्राचार्य, विश्वविद्यालय के पदाधिकारी एवं परिषद के सदस्य उपस्थित थे.
संबंधित खबर
और खबरें