अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करने का प्रयास
बैठक में पीयू के कुलपति प्रो अजय कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करने के लिए नए कदम उठाए जा रहे हैं. इसके लिए एक अंतरराष्ट्रीय छात्रावास भी तैयार किया गया है. छात्राओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए चार गर्ल्स हॉस्टल बनाने के लिए 153 करोड़ रुपये का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है. इसके साथ ही सभी छात्रावासों के मरम्मत और जीर्णोद्धार का कार्य भी शुरू किया जायेगा.
वाय-फाय और सीसीटीवी भी लगेगा
कुलपति ने कहा कि छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने तथा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी छात्रावासों में वाई-फाई तथा सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि सभी छात्रावासों में सुरक्षा गार्डों की तैनाती पर विचार किया जा रहा है.
600 से अधिक छात्रों को मिला प्लेसमेंट
अकादमिक उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए कुलपति ने कहा कि पिछले एक साल में विभिन्न विभागों द्वारा 76 पीएचडी प्रदान की गई हैं. साथ ही 200 से अधिक शोध पत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं. छात्रों के प्लेसमेंट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में टाटा कंसल्टेंसी सर्विस के माध्यम से 600 से अधिक छात्रों को विभिन्न कंपनियों में प्लेसमेंट मिला है.
छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
कुलपति ने कहा कि पटना कॉलेज में जल्द ही नए परीक्षा भवन का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छात्र संघ चुनाव की प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू की जाएगी.
455.88 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी
कुलपति ने वर्ष 2024-25 के लिए सीनेट की बैठक विलंब से होने के लिए सभी सदस्यों से क्षमा मांगी तथा 455.88 करोड़ रुपये घाटे का बजट पेश किया. जो पिछले वर्ष की तुलना में 121 करोड़ रुपये कम है. बैठक में विभिन्न कॉलेजों के प्राचार्य, पीजी हेड, शिक्षा विभाग तथा सरकार द्वारा नियुक्त कुल 53 सदस्यों समेत सीनेट सदस्यों ने सर्वसम्मति से बजट को मंजूरी दी. बैठक में विश्वविद्यालय के डीन तथा सीनेट सदस्य प्रो अनिल कुमार ने वर्ष 2023-24 के आय-व्यय का अनुमान तथा वर्ष 2024-25 के लिए प्रस्तावित आय-व्यय का विवरण प्रस्तुत किया.
वर्ष में दो बार आयोजित हो सीनेट की बैठक : राज्यपाल
सीनेट की बैठक में शामिल राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने सीनेट के सदस्यों को संबोधित करते हुये कहा कि वर्ष में दो बार सीनेट की बैठक आयोजित की जानी चाहिये. एक बजट और एक शैक्षणिक गतिविधियों के विवरण के लिये आयोजित की जानी चाहिये. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में खुद को साबित करने के लिये एआइ, साइबर सिक्यूरिटी, डिफेंस स्टडी और फॉरेंसिक शिक्षा को बढ़ावा देने का भी आग्रह किया. इसके साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा ट्रांसजेंडर को सीनेट का सदस्य चुने जाने की भी प्रशंसा की.