ढाका से तब्लिगी जमात के 5 लोग आए नेपाल
खुफिया विभाग से जुड़े अधिकारियों की मानें तो तीन महीने पहले बांग्लादेश के ढाका से तब्लीगी जमात से जुड़े पांच लोग काठमांडू के रास्ते राजविराज पहुंचे थे. जहां से वे सुनसरी जिले गए और यहां कई मस्जिदों में रह कर धर्म का प्रचार भी उन्होंने किया. ये लोग वहीं जमे हुए थे. भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष को देखते हुए जब उनकी पड़ताल की गयी तो पाया गया कि वे सुनसरी से सुनेपाल के सप्तरी जिले की तरफ बढ़ गये हैं.
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30 मई तक बढ़ा दी गयी वीजा की अवधि
इन पांच बांग्लादेशी नागरिकों के वीजा की अवधि भी 21 मई तक की ही थी, जिसे बढ़ाकर 30 मई तक की गयी है. खुफिया सूत्रों की मानें तो भारत-नेपाल एक संवेदनशील सीमा है, यहां किसी भी प्रकार की गतिविधि को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. सीमा पर चीन और पाकिस्तान समर्थित लोग या संगठन सक्रिय हैं, ऐसे में हर गतिविधि पर बारिकी से नजर बनाए रखना आवश्यक है.
सीमा पर बढ़ा दी गयी चौकसी
भारत-पाकिस्तान के बीच हो रहे संघर्ष के बीच भारत व नेपाल की खुली सीमा पर भी चौकसी बढ़ा दी गयी है. अररिया जिले से सटे नेपाल सीमा पर जोगबनी को छोड़ कर शेष सीमाओं पर शाम 6 बजे के बाद आने-जाने पर रोक लगा दिया गया है.
शादी में भी ड्रोन उड़ाने की इजाजत नहीं
हालांकि भारत-पाकिस्तान के संघर्ष के दौरान सीमावर्ती क्षेत्र में लगातार सुरक्षा एजेंसियां, एसएसबी व पुलिस की बैठक नियमित जारी है, जिसमें बहुत सारे नियमों को बारिकियों से देखा जा रहा है. ऐसे नियमों में भारत व नेपाल के बीच चार चक्का वाहनों के परिचालन भी रोक लगाने की बात चल रही थी, जिसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. वहीं जिले में शादी सहित अन्य समारोह में हो रहे ड्रोन के इस्तेमाल पर सख्त मनाही की गयी है.