StartUp Bihar : बिहार सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और नए कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठा रही है. इसी कड़ी में बिहार स्टार्टअप नीति 2022 के तहत युवा उद्यमियों को 10 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त सीड फंड और 10 साल तक सरकारी सहायता मिलेगी. सरकार स्टार्टअप को वैलिडेशन, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, मार्केट रिसर्च और स्किल ट्रेनिंग के लिए भी वित्तीय सहायता देगी. इसके अलावा वेंचर कैपिटल के जरिए शुरुआती चरण की फंडिंग और स्केल-अप सपोर्ट के लिए एंजेल निवेशकों से जुड़ने में भी मदद करेगी.
स्टार्टअप बनने की शर्त
बिहार सरकार के अनुसार, स्टार्टअप बनने के लिए कुछ शर्तें पूरी होनी होगी. आपकी कंपनी 10 साल के भीतर स्थापित निजी लिमिटेड कंपनी या साझेदारी फर्म हो. किसी भी वित्तीय वर्ष में इकाई का टर्नओवर 100 करोड़ रुपये से ज्यादा नहीं होना चाहिए. रोजगार सृजन या धन सृजन की उच्च क्षमता वाला एक स्केलेबल बिजनेस मॉडल होना चाहिए. स्टार्टअप बिहार में पंजीकृत होना चाहिए और उसका बिहार में एक ऑफिस होना चाहिए.
कहां करें आवेदन
स्टार्टअप्स के लिए ऑनलाइन पोर्टल www.startupbihar.in पर आवेदन करना होगा. स्टार्टअप आइडिया की प्रारंभिक जांच के बाद चयनित स्टार्टअप्स को इनक्यूबेटर्स के माध्यम से मार्गदर्शन दिया जाएगा. स्टार्टअप्स को उनके व्यवसाय चक्र के विभिन्न चरणों में फंडिंग सपोर्ट प्रदान किया जाएगा.
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— Department of Industries, Bihar (@IndustriesBihar) January 29, 2025
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इन उद्यमियों के लिए विशेष प्रावधान
इस नीति में महिलाओं, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और दिव्यांग उद्यमियों के लिए 5 फीसदी से 15 फीसदी तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता का प्रावधान है. कुल निधि का 22 फीसदी अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति उद्यमियों के लिए आरक्षित किया गया है.
कैसे होगा चयन ?
ऑनलाइन प्राप्त आवेदनों की जांच और प्रक्रिया एसएसयू द्वारा की जाएगी. एसएसयू स्टार्टअप फंड ट्रस्ट द्वारा तय मानदंडों के अनुसार पात्र स्टार्टअप को शॉर्टलिस्ट करेगा. एसएसयू स्टार्टअप आवेदकों को उनके प्रस्तावों को बेहतर बनाने के लिए सहायता भी प्रदान करेगा. शॉर्टलिस्ट किए गए आवेदनों को उद्योग विभाग द्वारा अधिसूचित निदेशक की अध्यक्षता वाली प्रारंभिक स्क्रीनिंग समिति द्वारा इनक्यूबेटरों को रेफर करने के लिए नामित किया जाएगा. प्रारंभिक स्क्रीनिंग के बाद, शॉर्टलिस्ट किए गए आवेदनों को इनक्यूबेटरों के साथ टैग किया जाएगा. इनक्यूबेटर सहायता प्रदान करेंगे और स्टार्टअप पर प्रस्ताव तैयार करेंगे, उसके बाद इनक्यूबेशन प्रक्रिया होगी.
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स्टार्टअप्स को फंडिंग सहायता
- सीड फंडिंग सहायता: स्टार्टअप्स को 10 वर्षों के लिए ब्याज मुक्त ऋण के रूप में प्रति स्टार्टअप 10 लाख तक का सीड अनुदान दिया जाएगा. यह वित्तीय सहायता रेटिंग प्रणाली में निर्धारित प्रदर्शन मापदंडों को प्राप्त करने पर जारी की जाएगी. फंडिंग की वास्तविक राशि रेटिंग एजेंसी द्वारा किए गए मूल्यांकन पर आधारित होगी. ऋण 10 वर्षों के बाद वापस किया जाएगा.
- प्रारंभिक चरण के फंडिंग सहायता में स्टार्टअप्स के लिए निःशुल्क मूल्यांकन. एंजल निवेशकों तक पहुंच की सुविधा दी जाएगी. स्टार्टअप्स को राज्य पंजीकृत एंजल निवेशकों से प्रारंभिक चरण के फंडिंग के लिए निवेश जुटाने के लिए निवेश का 2% सफलता शुल्क प्रदान किया जाएगा.
- स्केल-अप फंडिंग सहायता: SMIC सेबी पंजीकृत AIF (वैकल्पिक निवेश निधि) और वेंचर कैपिटल फंड में भाग ले सकते हैं. इस प्रकार बनाया गया वेंचर कैपिटल फंड बिहार में स्थित स्टार्टअप्स में कम से कम 50% (यानी ट्रस्ट द्वारा VC फंड में किए गए योगदान की दोगुनी राशि) निवेश करेगा. SMIC BSE/NSE जैसे राष्ट्रीय स्तर के स्टॉक एक्सचेंजों के सहयोग से स्टार्टअप्स की लिस्टिंग और सार्वजनिक पेशकश की सुविधा प्रदान करेगा.
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