
ओलिंपिक की तर्ज पर पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स में रंगारंग कार्यक्रम के बीच हुआ भव्य उद्घाटन खेल संवाददाता, पटनाखेलो इंडिया यूथ गेम्स के उद्घाटन के साथ ही बिहार ने नया इतिहास रच दिया. देश के सबसे बड़े खेल आयाेजनों में शुमार खेलो इंडिया यूथ गेम्स बिहार के पांच शहरों में 4 से 15 मई तक आयोजित हो रहा है. इस खेल का रविवार को पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स में ओलिंपिक की तर्ज पर रंगारंग कार्यक्रमों के बीच भव्य उद्घाटन हुआ़ बिहार की विरासत को पाटलिपुत्र की धरती पर गीत और नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया़ पटना के हजारों लोग इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने. लोगों ने बताया कि यह कार्यक्रम कल्पना से परे है. हमलोगों को ऐसे भव्य कार्यक्रम की उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कहा कि अब बिहार बदलने लगा है. इस खेल का आयोजन खेल की महाशक्ति बनने की दिशा में बिहार ने बड़ा कदम बढ़ाया है. बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रण शंकरण ने बताया कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स के आयोजन से आज पूरे बिहार को गर्व हो रहा है. हमारी टीम की दिन-रात की कड़ी मेहनत का परिणाम है कि ऐसा यादगार उद्घाटन हुआ.
लोकगीतों की लहर से भक्तिमय हुआ स्टेडियम
उद्घाटन के दौरान बिहार चर्चित लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने त्वमेव माता च पिता त्वमेव… से सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत की. बिहार की चार देवी मां गंगा, मां सीता, मां मंगला गौरी और मां मुंडेश्वरी की स्तुति मैथिली ठाकुर ने अपनी सुरीली आवाज से की. मैथली ठाकुर के भजनों और लोकगीतों से पूरा स्टेडियम भक्तिमय हो गया.पंकज त्रिपाठी ने सुनायी विकसित बिहार की कहानी
कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेता और बिहार के लाल पंकज त्रिपाठी ने अपनी दमदार आवाज आवाज में विकसित बिहार की कहानी सुनायी. इनकी कहानी पर नौ सेगमेंट में पटना के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने नृत्य और संगीत पर जीवंत प्रस्तुति दी. पंकज त्रिपाठी ने पाटलिपुत्र की धरती पर स्वागत है बोल कर स्टेडियम में मौजूद लोगों का अभिवादन किया. बिहार राज्य नहीं, एक अहसास है जैसे डायलॉग से लोगों को रोमांचित कर दिया. उन्होंने बिहार लोककला झिझिया, झूमर, कजरी, समाचकेवा, छठ पूजा का बखान किया. कलाकारों ने झिझिया, कजरी, छठ पूजा के गीताें पर अपनी प्रस्तुति से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया.पारंपरिक युद्घ कला और खेलों के प्रदर्शन ने लोगों का जीता दिल
पटना के विभिन्न सरकारी स्कूलों के छात्रों ने पारंपरिक युद्ध कला के प्रदर्शन से लोगों का दिल जीत लिया. कलिंग युद्ध का प्रदर्शन कर कलाकारों ने बताया कि सम्राट अशोक की सोच कैसे बदली. करूणा को बनायी अपनी पहचान. विश्व को दिया अहिंसा का संदेश. इसके अलावा वाल्मीकि टाइगर रिजर्व, डॉल्फिन रिसर्च सेंटर, नालंदा से लेकर पटना तक अपनी कला से किया बखान. खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शामिल खेलों का भी नृत्य और गीत पर कलाकारों ने प्रदर्शन किया और युवाओं को खेल के प्रति जागरूक किया.सरकार की योजनाओं से लोग हुए जागरूक
कार्यक्रम के दौरान कलाकारों ने हर घर नल-जल, बिजली, जनता दरबार, आपकी सरकार आपके द्वार जैसी सरकार की योजनाओं को अपनी कला के माध्यम से दर्शाया. उसने संदेश दिया कि नारी सशक्तिकरण अब योजना नहीं, हकीकत बन गयी. जीविका योजना परिवार की समृद्धि का प्रतीक बन गयी है. हर घर नल-जल योजना साफ पानी की गारंटी है. नारी सुरक्षा सशक्त हो गयी है. लड़कियां किसी से कम नहीं हैं. वह पुलिस सहित अन्य विभागों में नौकरियां कर रही हैं.तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा स्टेडियम
बिहार के लोकगीतों पर स्टेडियम में मौजूद लोगों ने तालियां बजा कर कलाकारों का हौसला बढ़ाया. उद्घाटन कार्यक्रम को देखने के लिए दोपहर बाद तीन बजे से ही लोगों का जुटना शुरू हो गया था. शाम पांच बजते-बजते स्टेडियम लगभग भर गया. आमलोगों के साथ काफी संख्या में स्कूलों के छात्र और छात्राएं भी कार्यक्रम देखने के लिए पहुंचे थे. बच्चों ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी जरूरी है. इस तरह के कार्यक्रम को देख कर प्रेरणा मिलती है.मुख्यमंत्री ने लोगों का किया अभिवादन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शाम लगभग छह बजे पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के आउटडोर स्टेडियम में पहुंच गये़ उन्होंने सबसे पहले स्टेडियम का चक्कर लगाया और वहां मौजूद लोगों का अभिवादन किया़ उनके साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, केंद्रीय खेल मंत्री डॉ मनसुख मांडविया, मंत्री विजय चौधरी, खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता सहित कई लोग मौजूद रहे. इसके बाद कार्यक्रम में मौजूद मंत्री, सांसद और विधायकों को प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया.खेल मंत्री ने किया स्वागत
खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय व बिहार सरकार के मंत्री, सांसद और अन्य अतिथियों का स्वागत किया. अपने स्वागत भाषण में सुरेंद्र मेहता ने कहा कि बिहार के लिए यह गर्व का पल है. खेलो इंडिया यूथ गेम्स में आये खिलाड़ियां और अधिकारियों का भी स्वागत किया.दूसरे राज्यों से आये खेल संघ के पदाधिकारियों ने की सराहना
दूसरे राज्यों से आये विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स को लेकर की गयी व्यवस्थाओं की जम कर सराहना की. उन्होंने कहा कि बिहार को लेकर हमलोगों के मन में अलग धारणा थी. यहां आकर यह बदल गयी है. इस तरह की मेजबानी से बिहार की छवि अच्छी बन रही है. दिल्ली से आये सेपक टाकरा संघ के अध्यक्ष योगेंद्र सिंह दहिया, राजस्थान के तेजप्रताप सिंह, उत्तराखंड की सविता, हरियाणा की रितुमान ने कहा कि यहां काफी अच्छी व्यवस्था है. हमलोगों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है.बिहार के तीन खिलाड़ी बने मशाल वाहक
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के मशाल का वाहक बिहार के तीन खिलाड़ी बने. अंतरराष्ट्रीय तैराक माही श्वेतराज, एथलीट निशि और तलवारबाजी के खिलाड़ी आकाश कुमार ने मशाल लेकर विशेष गाड़ी से स्टेडियम का चक्कर लगाये और उसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंप दिया. मशाल प्रज्जवलित होते ही पूरा स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.जगमगाता रहा हर हाथ में लाइट वाला रिस्ट बैंड
उद्घाटन कार्यक्रम को देखने आने वाले लोगों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गयी थी. स्टेडियम में आने वाले सभी दर्शकों को रंग-बिरंगी लाइट वाला रिस्ट बैंड दिया गया. स्टेडियम की लाइट बंद होने पर हजारों हाथों में बधे लाइट वाले रिस्ट बैंड जगमगा उठाता.आतिशबाजी से जगमगाया आसमान
रंग-बिरंगी आतिशबाजी से पटना का आसमान जगमगा उठा. उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान लगातार आतिशबाजी होती रही. जैसे ही आतिशबाजी होती, लोग भी तालियां बजाने लगते. लोगों ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि पटना में आज दिवाली मन रही है.बजते रहे जय बिहार, खेलेगा इंडिया बिहार के संग जैसे गीत बजते रहे
कार्यक्रम के दौरान जय बिहार, खेलेगा इंडिया बिहार के संग सहित कई लोकप्रिय गाने बजते रहे. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ. स्टेडियम में लोगों ने खड़े होकर राष्ट्रगान को गाया. इसके बाद लोगों ने भारत माता की जय, जय बिहार के नारे लगाये.चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे सुरक्षाकर्मी
पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और उसके आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे़ अधिकारी लगातार सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे़ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की चारों ओर की सड़कों पर भी पुलिस तैनात रहे. हर चौराहे और गली के मोड़ पर बैरिकेडिंग के साथ ट्रैफिक पुलिस के जवान मुस्तैद रहे. किसी प्रकार के प्राइवेट वाहनों को पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की ओर जाने से रोकते दिखे़डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है