राहुल के विश्वासी माने जाते हैं कृष्णा
कृष्णा अल्लावरु की गिनती राहुल गांधी के करीबी और भरोसेमंद नेताओं में होती है. इसलिए उन्हें बिहार में कांग्रेस को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गई है. पहले ही भाषण में उन्होंने यह स्पष्ट किया था है कि कांग्रेस अब किसी भी पार्टी की ‘B टीम’ के रूप में कार्य नहीं करेगी. इसके बाद बिहार महागठबंधन में घमासान मच गया था. इसलिए इस मुलाकात पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि इससे पहले अल्लावरु कई बार पटना आए थे, लेकिन लालू यादव से नहीं मिले थे.
इलाज कराने दिल्ली गए हैं लालू यादव
पूर्व बिहार सीएम लालू यादव इन दिनों गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं और इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में भर्ती हैं. उनकी सेहत में सुधार हो रहा है, और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिलने की संभावना जताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें पहले पारस अस्पताल पटना में भर्ती कराया गया था, बाद में उनकी स्थिति बिगड़ने पर उन्हें हवाई जहाज से दिल्ली एम्स भेजा गया.
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तेजस्वी पर क्या रुख
बिहार में लंबे समय से कांग्रेस राजद के साथ मिलकर राजनीति कर रही है. बिहार की सियासी फिजाओं में यह बात कही जाती है कि कांग्रेस राजद की बैसाखी पर चल रही है. कृष्णा अल्लावरु कांग्रेस की इस इमेज को बदलना चाहते हैं. वह कांग्रेस की स्वतंत्र पहचान बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. तेजस्वी यादव को महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत कर रही है लेकिन अल्लावरु ने अब तक तेजस्वी को सीएम फेस स्वीकार नहीं किया है.
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