लालू ने भी दी थी अफसरों को धमकी
जीतनराम मांझी ने लालू यादव के पुराने बयानों को याद दिलाते हुए कहा, “एक समय उनके पिता ने भी एक आईएएस अफसर से कहा था कि तुम यह काम करो, नहीं तो पंखे से लटका दूंगा. क्या लोकतंत्र में इसकी कोई जगह है?” उन्होंने आगे कहा, “तेजप्रताप का यह व्यवहार कोई नया नहीं है. ये वही विरासत है, जिसमें धमकी और दबाव का बोलबाला रहा है. लेकिन बिहार की जनता अब सजग हो चुकी है और ऐसे लोगों को सत्ता में वापस नहीं आने देगी.”
‘नीतीश- मोदी के नेतृत्व में बिहार का विकास’
नीतीश कुमार और पीएम मोदी की सराहना करते हुए मांझी ने कहा कि “बिहार में विकास कार्य लगातार हो रहे हैं और जनता इससे खुश है. तेजप्रताप यादव का यह विवाद जनता को यह सोचने पर मजबूर कर देगा कि लालू और उनके बेटे अलग नहीं हैं. यह परिवार सिर्फ सत्ता हथियाने की मानसिकता रखता है, लेकिन बिहार की जनता अब ऐसा कतई नहीं होने देगी.”
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तेजप्रताप पर बढ़ सकता है राजनीतिक दबाव
यह विवाद तेजप्रताप यादव के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. पहले ही बीजेपी और JDU इस मुद्दे को लेकर RJD पर हमला बोल चुकी हैं. अब जीतनराम मांझी के बयान ने इसे और तूल दे दिया है. सवाल यह है कि क्या इस विवाद से RJD की छवि पर असर पड़ेगा या फिर तेजप्रताप यादव इसे एक ‘साजिश’ बताकर बच निकलेंगे?