हमारे पास अपना जनाधार है
पटना हवाई अड्डे पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में वीआईपी और निषाद समाज विशेष, अलग भूमिका में है. हमारे पास अपना जनाधार है. बोचहा, कुढ़नी, सिमरी बख्तियारपुर में हुए उप चुनाव का परिणाम इसका प्रमाण है.
जो मेरी बात मानेगा, उसके साथ जाएंगे
उन्होंने कहा कि जहां हम लड़ते है और जहां हम जिसे दुश्मन टारगेट कर लेते हैं, उसे हारना पड़ता है, यह हमारी पहचान है. जिनको अधिक से अधिक सीटें जीतना है उन्हें वीआईपी पार्टी जरूरत है और हमारी भी अपनी मांग है. हमारी मांग को जो मानेगा, सहमति देगा, उसके साथ जाएंगे.
दिल्ली, पश्चिम बंगाल की तरह बिहार में भी मिले आरक्षण
हमारी भी इच्छा है कि देश में सरकार के साथ रहकर काम करे. हमारी मांग दिल्ली, पश्चिम बंगाल की तरह बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में निषादों को आरक्षण देने की मांग है, अभी तो कोई भी पूरा नहीं कर सकता है, लेकिन सहमति दे सकता है. सहनी ने दावा किया कि आने वाले समय में आपको वीआईपी की ताकत दिखाई देगी.