बिहटा. दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड परियोजना को गति देने के लिए जिला प्रशासन ने बुधवार को महादेव फुलवारी और श्रीरामपुर मौजा में अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की. इस दौरान कई मकान, दुकानें और एक मंदिर भी तोड़ा गया. प्रशासन का कहना है कि सड़क चौड़ीकरण में अतिक्रमण बाधा बन रहा था, इसलिए कार्रवाई अनिवार्य थी. हालांकि, इस कार्रवाई से प्रभावित लोगों में नाराजगी देखी गयी. कई पीड़ितों का कहना है कि उन्हें अब तक मुआवजा नहीं मिला है और वे भू-अर्जन कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हैं. कई परिवारों के पास न तो रहने का ठिकाना बचा है और न ही भविष्य की कोई स्पष्ट तस्वीर. बुधवार को कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे ताकि विरोध को रोका जा सके. दानापुर एसडीओ दिव्या शक्ति ने बताया कि जिन लोगों के पास वैध दस्तावेज हैं, उन्हें नियमानुसार मुआवजा देने की प्रक्रिया जारी है. वहीं दूसरी ओर, स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुआवजे की प्रक्रिया बेहद धीमी है और अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे. इस परियोजना की आड़ में आम लोगों को उजाड़ा जा रहा है, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं.
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