इस बैठक में कई प्रतिनिधि लेंगे भाग
विभागीय जानकारी के अनुसार, सर्वे का काम अंतिम चरण में है, मगर फाइनल रिपोर्ट बनाए जाने से पहले डीएम की अध्यक्षता में स्टॉक होल्डर्स की बैठक की जानी है. इस बैठक में संबंधित जिले के डीएम के अलावा क्षेत्र के विधायक, विधानपार्षद, मेयर, डिप्टी मेयर और पार्षद आदि की भी राय ली जाएगी. इन सभी से सर्वे और संभावित रूट आदि पर भी चर्चा होगी. इसका उद्देश्य यह है कि सर्वे रिपोर्ट और भविष्य में मेट्रो परिचालन के रूट या अन्य निर्णयों को एक लेकर एकमत हुआ जा सके.
अभी तक सिर्फ दरभंगा से जुड़ी बैठक हुई
चार शहरों में से अब तक स्टॉक होल्डर्स की बैठक केवल दरभंगा में हुई है. बाकी तीन शहरों मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया में अगले एक पखवारे में बैठक होने की संभावना है. इस बैठक के बाद ही मेट्रो के सर्वे की फाइनल रिपोर्ट तैयार की जाएगी, ताकि बाद में एलाइनमेंट या अन्य किसी स्तर पर विरोध न हो. दरभंगा में हुई बैठक का नतीजा भी सकारात्मक नहीं रहा. एलाइनमेंट को लेकर बैठक में कई सुझाव दिये गये. जनप्रतिनिधियों ने एजेंसी को शहर के विस्तार के अनुरूप मेट्रो रूट तय करने को कहा. ऐसे में बाकी तीन शहरों में भी बैठक का नतीजा क्या निकलता है यह देखना होगा.
अभी बहुत काम है बाकी
मेट्रो परिचालन के प्रस्तावित चारों शहरों में घनी आबादी है, ऐसे में फिजिबिलिटी रिपोर्ट में यह भी देखा जाएगा कि मेट्रो एलिवेटड होगी या भूमिगत. मेट्रो रेल का रूट क्या होगा, जिससे कम से कम घर प्रभावित हों. इन सारे पहलुओं पर रिपोर्ट बनाई जा रही है. इसके अलावा राइट्स लिमिटेड विस्तृत परिचालन योजना (मोबिलिटी प्लान) और वैकल्पिक विश्लेषण रिपोर्ट भी तैयार करेगी. वहीं पटना मेट्रो का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. पहले चरण के लिए पांच स्टेशनों का निर्माण मार्च 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है.
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