– कॉलेज की ओर से यूनिवर्सिटी की ओर से लिखी जा चुकी है चिट्ठी
पिछले साल साइकोलॉजी, जूलॉजी में भी स्थायी लैब असिस्टेंट नहीं
जेडी वीमेंस कॉलेज में ग्रेजुएशन से लेकर पीजी में साइंस की पढ़ाई होती है. ऐसे में लैब असिस्टेंट के बिना प्रैक्टिकल आसान नहीं होता है. कॉलेज की प्राचार्या प्रो मीरा कुमारी ने बताया कि कॉलेज में पिछले साल तक आउटसोर्सिंग से या स्थायी लैब असिस्टेंट मौजूद थे लेकिन अब वह नहीं हैं. बॉटनी, फिजिक्स साइकोलॉजी, होम साइंस और केमिस्ट्री में एक भी स्थायी लैब असिस्टेंट नहीं है. इमरजेंसी में आउटसोर्सिंग से लोग को बुलाकर प्रैक्टिकल कराया जाता है. कॉलेज की ओर से इस समस्या को लेकर विवि को कई बार चिट्ठी दी गयी है, लेकिन निराशा हाथ लगी.लैब असिस्टेंट के लिए एक भी स्वीकृत पद नहीं
लैब असिस्टेंट हो चुके हैं रिटायर
गंगा देवी महिला कॉलेज में टीचर्स के सपोर्ट से लैब में प्रैक्टिकल करवाया जाता है. अधिकांश विषयों के लैब असिस्टेंट रिटायर हो चुके हैं. कॉलेज प्रशासन ने बताया कि जब से कॉलेज से डेमोंस्ट्रेटर के पद को समाप्त किया गया है, तबसे परेशानी बढ़ी है. अभी बॉटनी में एक, होमसाइंस में एक स्थायी लैब असिस्टेंट हैं. केमिस्ट्री में टीचर नहीं हैं, लेकिन एक लैब असिस्टेंट हैं. फिजिक्स, साइकोलॉजी में नहीं हैं. वहीं जूलॉजी में स्टोर कीपर ही लैब असिस्टेंट का काम करते हैं. विवि को इसे लेकर चिट्ठी लिखी जा चुकी है. वहां से आश्वासन मिला है कि जल्द लैब असिस्टेंट बहाल किये जायेंगे.अबतक 9 लैब असिस्टेंट की नहीं पूरी हुई प्रक्रिया जारी
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