पटना. नशे की लत खासकर युवाओं को बर्बादी की तरफ धकेल रही है. लिहाजा इस चुनौती से निबटने के लिए हर जिले में नशामुक्ति और पुनर्वास केंद्र खोलने की बेहद आवश्यकता है. बिहार का माहौल बदला है और अब चौक-चौराहों पर हंगामा नहीं दिखता, लेकिन फिर भी युवाओं को जागरूक करने के लिये पंचायत स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित होना चाहिए. ये बातें गुरुवार को अधिवेशन भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ दुरुपयोग निवारण दिवस कार्यक्रम के दौरान समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी ने कहीं. मंत्री मदन सहनी ने एक कॉमिक बुक का भी विमोचन किया. समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी ने कहा कि 2018 में भारत सरकार की तरफ से किये गये सर्वेक्षण के मुताबिक बिहार में तकरीबन साढ़े 17 लाख ड्रग्स यूजर्स थे.
संबंधित खबर
और खबरें