इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य के सभी अभियंत्रण महाविद्यालयों और पॉलिटेक्निक संस्थानों में जर्मन, जापानी और फ्रेंच भाषाओं की प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी, ताकि छात्र वैश्विक तकनीकी बाजार की मांगों के अनुरूप खुद को तैयार कर सकें.
इंटर्नशिप पोर्टल और एक्सचेंज प्रोग्राम की शुरुआत
शिक्षा विभाग छात्रों के लिए एक सार्वजनिक इंटर्नशिप पोर्टल शुरू करने जा रहा है, जिसके माध्यम से उन्हें देशभर की कंपनियों में इंटर्नशिप के अवसर मिल सकेंगे. साथ ही, राज्य के तकनीकी संस्थानों का देश के प्रतिष्ठित संस्थानों और अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों से संपर्क स्थापित किया जा रहा है, जिससे छात्र और शिक्षक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत वैश्विक अनुभव प्राप्त कर सकें.
उद्योगों के साथ समन्वय और एमओयू
इंडस्ट्री-इंस्टिट्यूट मीट के दौरान, मुंगेर प्रमंडल के 24 प्रमुख उद्योगों और राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालयों एवं पॉलिटेक्निक संस्थानों के बीच एमओयू (सहमतिपत्र) पर हस्ताक्षर किए गए. इस पहल से छात्रों को इंडस्ट्री एक्सपोजर मिलेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे.
कार्यक्रम में बिहार उद्योग के जमुई पर्यटन अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह, डीआईसी के महाप्रबंधक मितेश कुमार शांडिल्य, और 30 से अधिक प्रतिष्ठित कंपनियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. प्रमुख उद्योगों में रोबो मंथन प्रा. लि., इको स्पेस, और अन्य तकनीकी संस्थान शामिल रहे.
तकनीकी शिक्षा को नई दिशा
इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिहार सरकार तकनीकी शिक्षा को महज पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं रखना चाहती, बल्कि छात्रों को वैश्विक तकनीकी मानकों और रोजगार बाजार से जोड़ने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है. जमुई, पूर्णिया और मोतिहारी में बनने वाले नए तारामंडल विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाएंगे और विद्यार्थियों को नयी संभावनाओं से जोड़ेंगे.
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