कृष्ण कुमार, पटना राज्य की पुरानी और महत्वपूर्ण सड़कों में शामिल एनएच-31 को करीब 140 किमी लंबाई में दो लेन से फोरलेन बनाने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बन चुका है. इस परियोजना में करीब 120 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी, जिसका अधिग्रहण किया जायेगा. इसके लिये बहुत जल्द खगड़िया से पूर्णिया एनएच-31 के किनारे जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी. साथ ही इसी साल एजेंसी का चयन कर इस सड़क का निर्माण शुरू किये जाने की संभावना है. इस सड़क की चौड़ाई दो लेन से फोरलेन होने पर यात्रा में कम समय लगेगा, साथ ही आठ जिला के लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिल सकेगी. इसमें बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार जिला शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार एनएच-31 का चौड़ीकरण दो लेन से फोरलेन में बेगूसराय से खगड़िया तक पहले ही हो चुका है. वहीं खगड़िया से आगे पूर्णिया तक के पथांश में इस सड़क की चौड़ाई दो लेन से बढ़ाकर फोरलेन करने की मांग कई वर्षों से हो रही थी. यह सड़क बरौनी से असम तक जाने वाली मुख्य एनएच है. ऐसे में इस पर गाड़ियों का आवागमन अधिक संख्या में होती है. इस पथांश में सड़क की चौड़ाई केवल दो लेन होने के कारण हादसे की आशंका बनी रहती थी, साथ गाड़ियों की रफ्तार अपेक्षाकृत धीमी रहती थी. सूत्रों के अनुसार डीपीआर बनाने की जिम्मेदारी कास्टा इंजीनियर्स प्रालि को दी गयी थी. पहले से बनी हुई इस सड़क के किनारे एनएचएआइ की जमीन पहले से उपलब्ध है, लेकिन कुछ जमीन को उपलब्ध कराने की जरूरत है. ऐसे में अनुमानित आकलन के अनुसार खगड़िया से पूर्णिया एनएच-31 को फोरलेन बनाने के लिए करीब 890 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है.
संबंधित खबर
और खबरें