Bihar Tourism: बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है. इसी सिलसिले में शुक्रवार को पटना के होटल मौर्या में होटल संचालकों और टूर ऑपरेटरों के लिए स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम पर राज्यस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. जहां राज्य के उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्र ने कहा कि बिहार के पर्यटन स्थलों पर स्वच्छता और सुविधा देना सरकार की प्राथमिकता में है. सरकार पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
होटल संचालकों को भी सफाई पर देना होगा ध्यान
मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि अगर हम कहीं घूमने जाते हैं तो सबसे पहले वहां मिलने वाली सुविधाओं और साफ-सफाई पर ध्यान देते हैं. बिहार में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, आने वाले दिनों में बुनियादी सुविधाएं और भी बढ़ेंगी और इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा. ताकि देशभर के लोग अगर पर्यटन का कार्यक्रम बनाएं तो उसमें बिहार को जरूर शामिल करें. उन्होंने आगे कहा कि इसके लिए राज्य के होटल संचालकों और टूर संचालकों को भी मदद का हाथ बढ़ाना होगा. जैसे कि आपको अपने संस्थान में बेहतर कचरा प्रबंधन, साफ-सफाई और आतिथ्य सत्कार को शामिल करना होगा ताकि पर्यटक आपके यहां बेहतर अनुभव लेकर आएं.
📍होटल मौर्या, पटना 🗓️ 31 जनवरी 2025
— Nitish Mishra (@mishranitish) January 31, 2025
पर्यटन हितधारकों के साथ स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम पर चर्चा
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आज पटना स्थित होटल मौर्या में पर्यटन हितधारकों के साथ स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम पर विस्तृत चर्चा हुई।
इस दौरान पर्यटन विभाग के… pic.twitter.com/tbY7p2GZoM
बिहार पर्यटन के वेबसाइट पर मिलेगी जानकारी
पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि बिहार पर्यटन की वेबसाइट पर ऐसे होटलों को जोड़ा जाएगा जिनकी स्टार रेटिंग अच्छी हो और ग्रीन लीफ रेटिंग अच्छी हो, ताकि देशभर के पर्यटक सीधे वेबसाइट से बुकिंग करा सकें. उन्होंने होटल संचालकों और टूर संचालकों से कहा कि वे अपने होटल में उपलब्ध सुविधाओं का स्वयं आकलन करें और अपने जिला अधिकारी से ग्रीन लीफ रेटिंग प्राप्त करें. इससे आपके व्यवसाय को लाभ ही होगा.
क्या है स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम (SGLR)?
स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम (SGLR) को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, जल शक्ति मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से नवंबर 2023 में लागू किया गया है. इसका उद्देश्य राज्य की हॉस्पिटैलिटी सुविधाओं को सुरक्षित स्वच्छता सुविधाओं के अनुरूप विकसित करना है. एसजीएलआर नीति आयोग के मिशन लाइफ के तहत पर्यटन मंत्रालय की “ट्रैवल फॉर लाइफ” प्रतिबद्धता से भी जुड़ा हुआ है. जो हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में स्वच्छता और सफाई के उच्च मानकों को स्थापित करके टिकाऊ और जिम्मेदार पर्यटन में अपना योगदान भी सुनिश्चित करता है.
स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग (SGLR) का उद्देश्य
- बेहतर स्वच्छता सुविधाओं और मल कीचड़ प्रबंधन में सुधार.
- ठोस अपशिष्ट का बेहतर पृथक्करण और नियमित प्रबंधन.
- ठोस अपशिष्ट मुक्त सुविधाओं की स्थापना.
- जल प्रबंधन के लिए 3आर (Reduce, Reuse, Recharge) प्रक्रिया का कार्यान्वयन.
- प्लास्टिक कचरे का पृथक्करण, साथ ही एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध और प्लास्टिक कचरे को जलाने पर रोक.
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स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग की मुख्य विशेषताएं
- स्वैच्छिक भागीदारी: होटल, होमस्टे, सराय, शिविर आदि जैसी सभी पर्यटन सुविधाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करें.
- व्यापक मूल्यांकन: सुरक्षित स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन, जल संरक्षण और जिम्मेदार प्रथाओं के अनुपालन पर सुविधाओं का मूल्यांकन सुनिश्चित करें.
- भागीदारी को सुविधाजनक बनाना: अभिविन्यास, स्व-घोषणा और सत्यापन चरणों के माध्यम से सहज भागीदारी की सुविधा प्रदान करना.
- जिला स्तरीय समर्थन: जिला स्तर पर गठित समिति द्वारा मार्गदर्शन और सत्यापन की सुविधा प्रदान करना.
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