पटना. तेलंगाना में कारखाने ब्लास्ट की जांच करने गयी श्रम संसाधन विभाग की टीम लौट आयी है,जिन्होंने अपनी रिपोर्ट भी विभाग को सौंप दी है. विभाग ने रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया है कि बिहार के किसी भी कारखानों के भीतर रात में कभी श्रमिक नहीं रहेंगे. काम खत्म होने के बाद जैसे ही कारखाना बंद होगा. उसके बाद कारखानों के भीतर किसी भी श्रमिक का रहना या सोना गलत माना जायेगा और इसके लिए नियमानुसार संबंधित कारखाना के संचालक पर कार्रवाई की जायेगी. विभाग ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कारखानों का सोशल ऑडिट करें और आमलोगों से फीडबैक लिया जाये, ताकि कारखाना के संबंध में बाहरी परेशानियां भी सामने आ सकें. कारखाना के कामकाज व सुरक्षा को लेकर बाहर रहने वाले लोगों से भी जानकारी प्राप्त करें. वहीं, ऑडिट के समय उन कारखानों की पूरी रिपोर्ट नियमानुसार अलग तैयार किया जाये, जिनका निबंधन नहीं है. निबंधन नहीं रहने का कारण जायज नहीं रहने पर वैसे कारखानों पर मामला भी दर्ज कराएं.
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