पटना : बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि बीएमसी को अब बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को वापस भेज देना चाहिए.
उन्होंने मुंबई पुलिस के रवैये की निंदा करते हुए कहा कि विनय तिवारी आईपीएस अधिकारी हैं. मुंबई पुलिस का रवैया गैर पेशेवर रहा है. साथ ही कहा कि. महाराष्ट्र सरकार को विनय तिवारी को वापस भेज देना चाहिए. कैदी बना कर रखने का कोई औचित्य नहीं है.
मालूम हो कि पटना के आईजी ने बीएमसी के कमिश्नर को पत्र लिख कर आईपीएस अधिकारी को मुक्त करने की बात कही थी, जिसे बीएमसी कमिश्नर ने खारिज कर दिया है. इसके बाद विनय तिवारी को अब 14 दिनों के मुंबई में ही कोरेंटिन रहना होगा. डीजीपी ने शंका जतायी कि विनय तिवारी का अगर बीएमसी कोरोना टेस्ट कराती है, तो उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव दे देगी.
सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई के बाद तीन दिनों में बिहार सरकार को स्टेटस रिपोर्ट देने के सवाल पर कहा कि मुंबई में हमलोगों को जांच ही नहीं करने दिया गया. हम क्या रिपोर्ट सौंपेंगे. हमारे अधिकारी कोरेंटिन किये जाने के डर से छिप कर मुंबई में बैठे हैं. लेकिन, हमारे अधिकारी ने तीन दिनों की जांच में ही दिखा दिया कि सुशांत सिंह राजपूत मामले में दाल में कुछ काला है.
उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह मामले में रिया चक्रवर्ती फरार है. वह सामने ही नहीं आ रही है. ऐसे में हम कैसे पूछताछ कर सकते हैं. हैं. रिया चक्रवर्ती मुंबई पुलिस के संपर्क में हो सकती हैं, लेकिन हमारे अधिकारी के संपर्क में नहीं है. हम रिया चक्रवर्ती की तलाश कर रहे हैं.
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