Patna Airport: पटना एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही में अचानक गिरावट दर्ज की गई है. जून के अंतिम सप्ताह तक जहां प्रतिदिन औसतन 94 फ्लाइट्स टेकऑफ और लैंड कर रही थीं, वहीं जुलाई के पहले सप्ताह में यह संख्या घटकर 64 रह गई है. खास बात यह है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से इस बदलाव को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक इसके पीछे मेंटेनेंस और सुरक्षा कारण जिम्मेदार हैं.
मेंटेनेंस अलर्ट और DGCA की सख्ती ने धीमा किया हवाई ट्रैफिक
एयरलाइंस कंपनियों की ओर से बताया गया है कि फ्लाइट संख्या में की गई कटौती का मुख्य कारण एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस है. अहमदाबाद फ्लाइट हादसे के बाद DGCA (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने देशभर की एयरलाइनों को सख्त निर्देश जारी किए हैं. अब किसी भी तरह की तकनीकी गड़बड़ी या संदेह की स्थिति में विमान को उड़ान से पहले पूरी तरह जांचा जा रहा है. इसका असर पटना से चलने वाली फ्लाइट्स पर भी पड़ा है. दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद जैसे बड़े सेक्टर में सबसे ज्यादा कटौती की गई है.
एक सप्ताह में यात्रियों की संख्या में भी गिरावट
पटना एयरपोर्ट पर 6 जुलाई 2025 को कुल 72 फ्लाइट्स ने टेकऑफ और लैंडिंग की. इन विमानों से 10,810 यात्रियों ने सफर किया. वहीं जून महीने के दौरान एक दिन में औसतन 12500 से 13000 यात्री हवाई सफर कर रहे थे, यानी यात्री ट्रैफिक में भी करीब 2000-2500 की कमी आई है.
मेंटेनेंस के बाद उड़ानों में फिर तेजी की उम्मीद
एयरलाइंस के अधिकारियों का कहना है कि यह स्थिति स्थायी नहीं है. जैसे ही मेंटेनेंस से संबंधित निरीक्षण पूरे होंगे और DGCA की मंजूरी मिलेगी, उड़ानों की संख्या दोबारा बढ़ाई जाएगी. हालांकि, यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे अपनी यात्रा से पहले फ्लाइट स्टेटस की पुष्टि जरूर कर लें ताकि अंतिम समय में कोई परेशानी न हो.
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