चंदन का टीका और गुलाब जल से स्वागत
मंगलवार की सुबह पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल पर कई यात्री अपनी फ्लाइट पकड़ने के लिए पहुंचे. नए टर्मिनल के प्रवेश द्वार पर यात्रियों का स्वागत चंदन का टीका लगाकर और गुलाब जल छिड़क कर किया गया. नए टर्मिनल भवन की भव्यता देख कई यात्री बेहद खुश नजर आए. यात्रियों ने कहा कि पटना में इस तरह का शानदार एयरपोर्ट देख वो काफी उत्साहित हैं और उन्हें गर्व भी हो रहा है. पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन पर यात्रियों को कई नई और आधुनिका सुविधाएं भी मिलेंगी.
एयरोब्रिज का पहली बार मिलेगी सुविधा
इससे पहले सोमवार की मध्य रात्रि से ही स्टेट हैंगर की ओर से पीर अली पथ से एयरपोर्ट परिसर में प्रवेश का रास्ता बंद कर दिया गया. पीर अली पथ पर निकास द्वार से सटे एय़रपोर्ट परिसर में प्रवेश के लिए वाहनों के आने-जाने का नया रास्ता तैयार किया गया है. विमानन कंपनियां टिकट काउंटर, कार्यालय व जरूरी साधनों को नए टर्मिनल भवन में शिफ्ट कर चुकी हैं. टर्मिनल भवन के एक एयरोब्रिज को भी मंगलवार से शुरू किया जा चुका है.
यात्रियों से तीन घंटे पहले रिपोर्ट करने की अपील
यात्रियों को निर्धारित प्रस्थान से 2- 3 घंटे पहले रिपोर्ट करने की सलाह दी गई है. किसी भी तरह की पूछताछ के लिए ड्यूटी टर्मिनल मैनेजर पटना एयरपोर्ट से 9471000714 पर संपर्क करें. इसके अलावा पटना एयरपोर्ट पर सुरक्षा के भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. मंगलवार से पटना पुलिस के 20 जवानों की तैनाती प्रवेश और निकास द्वार के पास अगले 10 दिनों तक रहेगी. साथ ही अतिरिक्त 20 ट्रैफिक जवानों की तैनाती भी की जा रही है. एयरपोर्ट थानेदार को इलाके में गश्ती करने का आदेश दे दिया गया है. यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए समन्वय बनाकर काम करने का निर्देश दिया गया है. ये जानकारी पटना के एसएसपी अवकाश कुमार ने दी है.
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
इससे पहले सोमवार को नए टर्मिनल के संचालन से पूर्व, बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव (कैबिनेट) डॉ. एस सिद्धार्थ ने पटना एयरपोर्ट पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. उनके साथ पटना प्रमंडल आयुक्त, जिलाधिकारी पटना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत अन्य प्रशासनिक व तकनीकी अधिकारी भी मौजूद रहे. एस सिद्धार्थ ने विभागों को निर्देश दिए कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आपसी समन्वय और सक्रिय निगरानी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए. नया टर्मिनल भवन राजधानी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और हमें इसका संचालन बेहद दक्षता और सावधानी के साथ करना होगा.
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