पहचान पत्र मांगने पर भागने लगा टीटीई
रेल पुलिस के मुताबिक, यह कार्रवाई सुरक्षा अभियान के तहत की गई थी, जिसका उद्देश्य ट्रेनों में आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाना है. एसी कोच में जांच के दौरान एक संदिग्ध ट्रॉली बैग दिखाई दिया, जिसे लेकर यात्रियों से पूछताछ की गई. तभी एक व्यक्ति ने खुद को टीटीई बताते हुए बैग पर दावा किया. जब उससे पहचान पत्र मांगा गया, तो वह दस्तावेज नहीं दिखा पाया और मौके से भागने की कोशिश करने लगा.
जवानों ने सतर्कता दिखाते हुए तुरंत उसे पकड़ लिया. पूछताछ और बैग की तलाशी में अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप, मोबाइल, टैबलेट, और रेलवे अधिकारी जैसा पहनावा मिलने पर सच्चाई सामने आ गई.
टीटीई का भेष बनाकर करता था शराब तस्करी
गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के जमनिया थाना अंतर्गत लहुबार गांव निवासी रजनीकांत यादव के रूप में हुई है. वह जालसाजी और शराब की अवैध तस्करी के उद्देश्य से टीटीई का भेष बनाकर यात्रा कर रहा था. पूछताछ में वह बरामद सामानों और अपनी गतिविधियों के बारे में कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका.
फर्जी टीटीई को कोर्ट में किया गया पेश
रेल थाना में उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. रेल एसपी ने कहा कि ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा और अवैध गतिविधियों पर रोक के लिए अभियान तेज किया गया है और आगे भी इसी तरह की चेकिंग जारी रहेगी.
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