15 जुलाई को हो सकता है फैसला
जानकारी के मुताबिक, बिहार विद्युत विनियामक आयोग के कोर्ट रूम में सुनवाई हुई. इस दौरान आयोग के अध्यक्ष आमिर सुबहानी, सदस्य पुरुषोत्तम सिंह यादव, सदस्य अरुण कुमार सिन्हा ने पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी का पक्ष सुना. दोनों का पक्ष सुनने के बाद 15 जुलाई की तारीख तय की गई. इस दिन दोबारा से पक्ष रखने का आदेश दिया गया. इसके बाद ही फैसला सुरक्षित रख लिया जाएगा. अब तक मेट्रो का किराया तय नहीं हुआ है. लेकिन, दोनों का पक्ष सुनने बाद मेट्रो को बिजली मिलेगी और किराया तय होगा.
भाड़ा सस्ती रखना होगी प्राथमिकता
पटना मेट्रो के अधिकारी की माने तो, यात्रियों के भाड़े को सस्ती रखना प्राथमिकता होगी. इसके लिए बिजली कंपनी बिना फायदा उठाए बिजली सप्लाई दे. अगर मेट्रो का किराया महंगा होगा तो लोग मेट्रो में सफर करने के बजाए ऑटो और बस से सफर करना ही पसंद करेंगे. ऐसा होने से मेट्रो का उद्देश्य पूरा नहीं होगा.
सुबह के 5 बजे से रात के 11 बजे तक चलाने की योजना
अब तक के काम की बात करें तो, पटना जंक्शन से रुकनपुरा तक अंडरग्राउंड मेट्रो का निर्माण का काम होना है. इसको शुरू करने की तैयारी चल रही है. जानकारी के मुताबिक, इसका निर्माण जायका के फंड से होना है. हालांकि, फंड मिलने में देरी होने के कारण अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है. ऐसे में तैयारी जोर-शोर से की जा रही है. साथ ही सुबह के 5 बजे से रात के 11 बजे तक ही मेट्रो चलाने की योजना है.
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