सस्ती बिजली को लेकर हुई सुनवाई
इधर, इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी जोर-शोर से जारी है. इस बीच यह भी बता दें कि, पटना मेट्रो को सस्ती बिजली देने पर सुनवाई पूरी हो गई है. जिस पर बिहार विद्युत विनियामक आयोग अगले महीने तक फैसला मिलेगा. जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी और पटना मेट्रो के अधिकारियों ने आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखा. मेट्रो के अधिकारियों की माने तो उनकी ओर से कहा गया कि, हमारी सेवा जनहित की है. सुबह के 5 बजे से रात के 11 बजे तक मेट्रो का परिचालन किया जाएगा.
आयोग ने फैसला रखा रिजर्व
यह भी कहा गया कि, मेट्रो को उद्योग और रेलवे से सस्ती बिजली मिलनी चाहिए. इसके पीछे की वजह यह बताई गई कि, रेलवे की ओर से माल गाड़ी चलाकर अपने घाटे की भरपाई की जाती है. तो वहीं, उद्योग को भी घाटे की भरपाई हो जाती है. लेकिन, पटना मेट्रो के पास कोई विकल्प नहीं है. इस पर साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अधिकारियों ने आयोग को लिखित पक्ष सौंपने के साथ निर्णय लेने का अनुरोध किया. वहीं, फिलहाल आयोग की ओर से फैसले को रिजर्व रख लिया गया है.
इस महीने के अंत तक हो सकता है ट्रायल
जानकारी के मुताबिक, आयोग की ओर से सस्ती बिजली को लेकर अगले महीने तक फैसला लिया जा सकेगा. बता दें कि, पहले फेज में मलाही पकड़ी से भूतनाथ, जीरोमाइल और पाटलिपुत्र बस टर्मिनल स्टेशन तक के सफर की शुरूआत होगी. इसकी लंबाई करीब 6.50 किलोमीटर है. वहीं, मेट्रो के पटरी पर आने के बाद इस महीने के अंत तक ट्रायल भी किया जाएगा. मेट्रो ट्रेन को 3 सालों के लिए किराया पर लिया गया है. इसका परिचालन भी डीएमआरसी की टीम करेगी. ऐसे में 15 अगस्त तक मेट्रो की सौगात मिलने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है.
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