शुभम कुमार/ Patna News: पटना जिले में शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में अगलगी की घटनाओं से निबटने के लिए जिले के अग्निशमन की टीम पूरी तरह से तैयार है. कुल 89 वाहनों में बड़ी-बड़ी इमारतों से लेकर संकीर्ण गलियों तक में अगलगी से निबटने के लिए फायर फाइटर वाहन है. जानकारी के अनुसार, जिले में 3 वाटर ब्राउजर, 6 फोम टेंडर, 5 हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म, 39 मिस टेक्नोलॉजी, 12 मिस टेक्नोलॉजी बुलेट हैं. इसके अलावा अन्य कई अत्याधुनिक वाहन इस साल खरीदे जाने हैं. इसमें एक रोबोट भी शामिल है, जो भीषण से भीषण अगलगी की घटनाओं से निबटा सकेंगे.
18 हॉट स्पॉट जोन किये गये चिह्नित
पटना जिले में 18 फायर हॉट स्पॉट इलाके चिह्नित किये गये हैं. इनमें कोतवाली, गांधी मैदान, पाटलिपुत्रा, पीरबहोर, राजीवनगर, मीठापुर पुरानी बस स्टैंड (सिपारा पुल के नीच), दिनकर गोलंबर, बैरिया, फतुहा, गाय घाट, नौबतपुर, सगुना मोड़, शास्त्रीनगर, मोकामा, अथमलगोला, बिक्रम, धनरूआ और बिहटा शामिल हैं. वहीं इन जगहों में से पूर्व से राजीवनगर, बैरिया, फतुहा, गाय घाट, नौबतुपर, अथमलोगोला, बिक्रम, धनरूआ और बिहटा में कर्मी और वाहन प्रतिनियुक्त हैं. वहीं बाकी जगहों पर कर्मी और वाहनों की प्रतिनियुक्ति की जानी है. झुलते और टूटे तार को दुरुस्त करने के लिए बिजली विभाग के अभियंताओं के साथ बैठक की गयी है. झुलते और टूटे तारों को जल्द से जल्द दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है.
104 झुग्गी-झोंपड़ी पर विशेष नजर
अग्निशमन की टीम जिले के 104 झुग्गी-झोंपड़ी को चिह्नित कर उसपर विशेष नजर बनायी हुई है. ये वैसी जगह हैं जहां आग लगने के बाद स्थिति भयावह हो सकती है और जान-माल का भारी नुकसान हो सकता है. जानकारी के अनुसार पटना सिटी में 44, कंकड़बाग में 28, दानापुर में 6, लोदीपुर में 11, सचिवालय में 14 और फुलवारी में दो झुग्गी-झोंपड़ी है.
जागरुकता के लिए अग्निशमन ने बांटे 25 हजार हैंडबिल व पंप्लेट
अग्निशमन विभाग जिले में आग से बचाव के लिए लगातार जागरूकता अभियान चला रही है. इस साल मार्च तक टीम ने 25 हजार हैंडबिल और पंप्लेट बांट चुकी है. वहीं जागरूकता के लिए 55 नुक्कड़ नाटक, 150 मॉकड्रिल और 22 पपेट शो किये गये है. इनसे शहरी और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को आग से बचाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है.
2024 में फायर सेफ्टी को लेकर की गयी ऑडिट
कहां —संख्या
- होटल : 337
- सरकारी भवन: 50
- मॉल: 50
- बैंक्वेट हॉल: 35
- पेट्रोल पंप: 35
- गैस एजेंसी: 25
- अपार्टमेंट: 50
- लघु उद्योग: 10
- सिनेमा हॉल: 15
- निजी व सरकारी स्कूल: 150
- अन्य जगहों: 840
पटना में फायर ब्रिगेड कर्मियों की संख्या (फोर्स)- 485
कौन से साल में कितनी अग्निकांड
- वर्ष 2022 में: 622
- वर्ष 2023 में: 676
- वर्ष 2024 में: 536
इन सावधानियों को रखेंगे, तो खतरा होगा कम
- – रात में सोने से पहले घरों की अच्छी तरह जांच कर सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को बंद करें.
- – खलिहान के पास किसी तरह की आग नहीं जलाएं.
- – बिजली के तारों के किसी भी जोड़ को ढीला व खुला नहीं छोड़ें.
- – जहां पर सामूहिक भोजन बनाने का काम हो, वहां पर एक बाल्टी पानी जरूर रखें.
- – किसी भी जलती वस्तु को सोने से पहले जरूर बुझा दें.
- – आग लगने पर 101/112 नंबर डायल करें.
- – भवनों के प्रवेश व निकास को किसी भी परिस्थिति में अवरुद्ध न करें.
- – विद्युत प्रभार के अनुपात में ही भवनों में मानक विद्युत तार व उपकरण लगाएं व समय-समय पर जांच कराएं.
- – पुराने भवनों का फायर ऑडिट कराएं व अग्निशामक विभाग द्वारा दिये गये निर्देशों व सुझावों का पालन करें.
- – झोपड़ी के आसपास सूखी घास, लकड़ी या अन्य ज्वलनशील सामग्री न रखें, खाना पकाने के दौरान ईंधन सुरक्षित स्थान पर रखें.
- – बिजली के तारों को ठीक से ढकें और क्षतिग्रस्त तारों को तुरंत बदलें.
पटना जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज नट ने कहा कि छोटी-बड़ी सभी अगलगी की घटनाओं निबटने के लिए अग्निशमन की टीम तैयार है. वाहन से लेकर दमकल कर्मी अलर्ट मोड में है. जिले के सभी फायर स्टेशन ऑफिसर को कई दिशा-निर्देश दिये गये हैं. जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.
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