पटना यूनिवर्सिटी में एक बार फिर प्रतिष्ठित सर गणेश दत्त स्कॉलरशिप शुरू करने की तैयारी चल रही है. लेकिन इस बार यह दूसरे स्वरूप में शुरू होगी. अब यह स्कॉलरशिप स्टूडेंट्स को ऋण स्वरूप में न मिल कर पुरस्कार स्वरूप में मिलेगा. यह निर्णय सोमवार को सर गणेश दत्त सिंह छात्रवृत्ति कोष की बैठक में लिया गया है.
बंद हो गयी थी विशेष स्कॉलरशिप
गौलतलब है कि सर गणेश दत्त स्कॉलरशिप पीयू के स्टूडेंट्स के लिए विशेष ऋण व्यवस्था थी. इसे प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को पढ़ाई के बाद इसे वापस करना होता था, लेकिन अधिकांश लोगों ने इसे नहीं लौटाया. इसका नतीजा यह हुआ कि यह विशेष स्कॉलरशिप बंद हो गयी. अब इसे पुरस्कार रूप से शुरू करने पर सहमति बन गयी है. नीतिश कुमार टनटन ने बताया कि ऋण अब कोई नहीं ले रहा है. इस कारण इस नियमावली में संशोधन होगा. अब यह हर साल रोटेशन पर अलग-अलग फैकल्टी के टॉपर को पुरस्कार के रूप में नगद राशि दी जायेगी.
ब्याज की राशि से मिलेगा स्टूडेंट्स को पुरस्कार
टनटन ने कहा कि कोष में राशि जमा है. 31 मार्च तक जमा राशि पर एक साल में जितना भी ब्याज प्राप्त होगा वह विभिन्न फैकल्टी के टॉपर को दिया जायेगा. यह राशि विभिन्न विभागों को रोटेशन पर मिलेगा. इसका फैसला कमेटी करेगी. इस कोष की राशि भी बढ़ायी जायेगी. पीयू ऐसे छह लोगों से पत्राचार करेगी, जिन्होंने इस कोष में राशि देने के लिए कहा था. इसमें सबसे पहले सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ विंदेश्वर पाठक, सीपी ठाकुर, डॉ एसएन आर्या, लाला सूर्यनंदन, रामशरण शर्मा के परिवार और गजानंद शाही से पत्राचार किया जायेगा. इनसे इस कोष में राशि मांगी जायेगी.
कई लोगों ने नहीं लौटायी राशि
गौरतलब है कि प्रसिद्ध चिकित्सक लाला सूरज नंदन, डॉ अनमोला सिन्हा, इतिहासकार प्रो रामशरण शर्मा, प्रो खगेंद्र कुमार, सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ विंदेश्वर पाठक, सीपी ठाकुर जैसे लोगों ने सर गणेश दत्त स्कॉलरशिप की राशि नहीं लौटायी थी. इसके साथ अनेक नाम हैं, जिन्होंने ऋण की राशि पीयू को नहीं लौटायी है. इसके साथ अब तक राशि नहीं लौटाने वाले को भी पीयू प्रशासन पत्र लिखेगा.
पीयू के नये भवन का नाम होगा सर गणेश दत्त सिंह भवन
सर गणेश दत्त सिंह (1868-1943) का जन्म नालंदा में हुआ था. वे कुशल प्रशासक एवं शिक्षाविद थे. उन्होंने स्वतंत्रता से पूर्व बिहार व उड़ीसा में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया. उन्होंने अपना घर कृष्णा कुंज पीयू को दान में दे दिया था. इसी घर में आज इंस्टीट्यूट आफ साइकोलाजिकल रिसर्च एंड सर्विस है. पूर्व न्यायाधीशों को पीयू के कुलपति के रूप में चुनने की परंपरा पर भी उनके प्रयास से ही विराम लगा. अब यह कृष्ण कुंज पर पीयू साइंस ब्लॉक बनाने की योजना बना रहा है. इस कारण इनके परिवार से पीयू प्रशासन सहमति लेगा. सहमति लेने के लिए पीयू प्रशासन उनके परिवार से पीके शाही, मिथिलेश कुमार सिंह, रविंद्र कुमार सिंह व गजानंद शाही को बुलायेगा. इसके साथ ही इस भवन का नाम सर गणेश दत्त के नाम पर रखा जायेगा.
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सर गणेश दत्त फंड कोष में राशि
स्टेट बैंक आफ इंडिया, चौहट्टा शाखा, पटना में इस कोष में अभी भी करीब 8,60,767 रुपये जमा हैं. सावधि जमा खाता में 4,11,763 रुपये व बचत खाता संख्या 11049768328 में रुपये 3,49,004 रुपये जमा हैं.
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