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पटना केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के सेक्रेटरी राजेश कुमार आर्या ने मंगलवार को बताया कि राजधानी पटना में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को लेकर कई दवा दुकानदारों का मंडी में आना-जाना होता है. इस कारण स्थानीय दवा विक्रेताओं और कर्मियों में मंडी में आकर काम करने में भय सताने लगा है.
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एसोसिएशन ने सोमवार को आकस्मिक बैठक कर तीन दिनों तक मंडी को बंद कर सैनेटाइज कराने का निर्णय किया था. लेकिन, एशिया की सबसे बड़ी दवा मंडी होने और बिहार के कोने-कोने से आनेवाले दवा विक्रेताओं की सुविधा को देखते हुए दवा मंडी सिर्फ एक ही दिन यानी 30 जून को बंद रही. आज पूरी दवा मंडी में सैनेटाइजेशन का काम कराया गया. बुधवार से दवा मंडी को खोल दिया जायेगा.
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उन्होंने बताया कि जिस मार्केट में कोरोना संक्रमित पाये जाने की सूचना मिली है. सिर्फ उस मार्केट की दुकानें नहीं खुलेंगी. अन्य सभी दवा दुकानें अपनी नियत समय से खुलेंगी. उन्होंने कहा कि केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने विभागीय अधिकारियों और नगर निगम के अधिकारियों के समक्ष कुछ मांगें रखी हैं.
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सेक्रेटरी राजेश कुमार आर्या ने बताया कि अधिकारियों से मंडी के रास्ते को वन-वे करने, मालवाहक गाड़ी को सुबह 10 बजे से अपराह्न दो बजे तक प्रवेश देने, अन्य वाहनों को दवा मंडी में सुबह 10 बजे शाम सात बजे तक प्रवेश नहीं देने के साथ-साथ फुटकर दुकानों, जैसे- ठेला, खोमचा, को हटाने की बात कही गयी है. अधिकारियों ने हमारी मांगों को लेकर आश्वासन दिया है. इसके बाद दवा मंडी एक जुलाई से खुल जायेगी.
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