डीएम ने दिया ये आदेश…
इसी के साथ देखा गया कि, देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कार्य शुरू कर दिया गया है. बता दें कि, पितृपक्ष मेला के दौरान 54 वेदी स्थलों पर पिंडदान और कर्मकांड किया जाता है जिनमें मुख्य रूप से विष्णुपद मंदिर परिसर में 16 वेदी, फल्गु नदी, सूर्यकुंड, गजाधर घाट, अक्षयवट, रामशिला, प्रेत शिला सहित अन्य वेदी स्थल शामिल हैं. इन्हें लेकर आदेश दिया गया है कि, साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय, चेंजिंग रूम, बिजली और प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. डीएम ने देवघाट में टूटे टाइल्स की मरम्मत, घाट पर स्नानागार और शौचालयों को दुरुस्त करने, पेयजल आपूर्ति, डार्क स्पॉट्स पर अतिरिक्त प्रकाश व्यवस्था और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिये.
गयाजी डैम को स्वच्छ रखने का आदेश
इधर, गयाजी डैम में पिंडदान के दौरान पानी को स्वच्छ और साफ बनाये रखने के लिए नदी में प्रवाहित पूजन सामग्री की सफाई के लिए भी विशेष निर्देश दिये गये. डीएम ने केंदुई पार्किंग स्थल को समतल करने, वहां हाइमास्ट लाइट, शौचालय, स्नानागार, पेयजल और प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया. इसके साथ ही प्रेतशिला व रामशिला वेदी पर साफ-सफाई, रोशनी, पेयजल, चेंजिंग रूम और टॉयलेट के इंतजाम बेहतर करने को कहा गया है. पिता महेश्वर तालाब का पानी भी साफ करवाने का निर्देश दिया गया है. अक्षय वट वेदी स्थल का निरीक्षण भी किया. इसे लेकर हाई मास्क लाइट लगवाने का निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए शेड निर्माण करवाने का निर्देश दिए हैं.
सभी सुविधाओं को सुनिश्चित करने का आदेश
निरीक्षण के अंत में डीएम ने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि, अब यह तय हो गया है कि किस विभाग को कौन-कौन सा कार्य करना है. समय सीमित है, इसलिए तत्काल प्रभाव से तैयारियों को गति दें. उन्होंने कहा कि, सभी वेदी स्थलों पर साफ-सफाई, पेयजल, पर्याप्त शौचालय, चेंजिंग रूम और रोशनी की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित की जाये, ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो. इस तरह से देखा जाए तो, पितृपक्ष मेले की तैयारी शुरू हो गई है. चीर्थ यात्रियों को कोई परेशानी ना हो, इसका भी खास इंतजाम किया जा रहा है.
Also Read: पवन सिंह के बाद एक और भोजपुरी स्टार लड़ेगा विधानसभा चुनाव, बिहार की इस सीट से ठोकी दावेदारी