23 डीएसपी स्तर के अधिकारी तैनात
कार्यक्रम स्थल और उससे जुड़ी व्यवस्थाओं को लेकर 23 डीएसपी स्तर के अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. इनमें बीएसएपी पटना, अपराध अनुसंधान विभाग और स्थानीय पुलिस अधिकारी शामिल हैं. इन अधिकारियों को रूट लाइनिंग, मूवमेंट प्लान, हेलिपैड और वीवीआईपी एंट्री गेट की सुरक्षा जिम्मेदारी सौंपी गई है. इसके अलावा, मुख्य प्रवेश द्वार और शहर के संवेदनशील स्थानों पर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. आठ सुरक्षा सेक्टरों में ड्यूटी के तहत तैनाती प्रशासन की सतर्कता को दर्शाती है.
13 जिलों से आए अधिकारी
रोहतास के अलावा 13 अन्य जिलों – बक्सर, भोजपुर, गया, सीवान, वैशाली, सारण, अरवल, नवादा, हाजीपुर, जहानाबाद, कैमूर, औरंगाबाद, शेखपुरा – के एडीएम और सीनियर डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी कार्यक्रम में शामिल हैं. इनका कार्य समन्वय और वीआईपी प्रोटोकॉल का पालन करना है. एसपीजी को संसाधन उपलब्ध कराना, स्थिति नियंत्रण और प्रशासनिक सहायता भी उनकी जिम्मेदारी है. प्रधानमंत्री के आगमन के लिए तीन हेलिपैड तैयार किए गए हैं – एक मुख्य हेलिपैड, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए एक अलग हेलिपैड और एसपीजी के लिए रिजर्व हेलिपैड. इन हेलिपैड्स को कड़ी सुरक्षा और GPS आधारित निगरानी प्रणाली से लैस किया गया है, और क्षेत्र में एन्टी-ड्रोन टेक्नोलॉजी की संभावनाएं भी तलाशी जा रही हैं.
व्यवस्थित पार्किंग योजना
पीएम मोदी के कार्यक्रम में हजारों लोगों और सुरक्षाकर्मियों की गाड़ियों के लिए पांच अलग-अलग पार्किंग ज़ोन तैयार किए गए हैं. इसमें वीआईपी वाहनों, छोटी गाड़ियों, बस-ट्रक आदि के लिए अलग-अलग स्टैंड, और इमरजेंसी वाहनों के लिए समर्पित रास्ता बनाया गया है. इस योजना से भीड़ नियंत्रण, तेज ट्रैफिक मूवमेंट और आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया संभव होगी.
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