जनवरी में ही पत्र को निरस्त करने का मिला था आश्वासन
इस संबंध में केंद्रीय मंत्री व बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि इस संबंध में 17 जनवरी 2025 को ही कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से उनकी टेलीफोनिक वार्ता हो चुकी है, जिसमें मक्का अनुसंधान केंद्र को बेगूसराय में ही बनाये रखने की बात रखी गयी थी. कृषि मंत्री ने स्पष्ट रूप से आश्वासन दिया है कि इस संबंध में जो भी पत्र पूर्व में जारी किया गया था, उसे अगले सप्ताह के भीतर निरस्त कर दिया जाएगा.
गिरिराज सिंह ने खबर को बताया अफवाह
केंद्रीय मंत्री व बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि इस संबंध में पहले भी स्पष्ट जवाब दिया जा चुका था, बावजूद इसके कुछ लोग लिखित स्पष्टीकरण की मांग कर रहे थे. पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर मक्का अनुसंधान केंद्र, बेगूसराय को अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने को लेकर भ्रामक अफवाहें फैलाई जा रही हैं. सांसद गिरिराज सिंह ने बिहार व बेगूसराय की जनता से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह या गलत सूचना पर ध्यान न दें और निश्चिंत रहें कि मक्का अनुसंधान केंद्र बेगूसराय में ही रहेगा.
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर लगाया ये आरोप
इधर, इस पत्र के सार्वजनिक होने के बाद बिहार की सियासत में भूचाल आ गया. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद ने केंद्रीय कृषि मंत्री का पत्र एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, एनडीए और भाजपा से सवाल किया है कि उन्हें बिहार और बिहार के किसानों से क्या दिक्कत है? उन्होंने बिहार से कर्नाटक ले जाने के फैसले का विरोध करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा. चुनावी साल होने के कारण विपक्ष इस मसले को जोर शोर से उठाने की बात कर रहा है. विपक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार ने अब तक उस आदेश को निरस्त नहीं किया है.
एक्स पर पोस्ट वार
ये जो आज बेगूसराय मक्का अनुसंधान केंद्र पर अफवाह फैला रहे हैं, उसपे हमने 17 जनवरी को ही पहल कर दी थी. मेरे सांसद रहते ये भरोसा रखें की ये कहीं नहीं जायेगा.
-गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री
मक्का उत्पादन में बिहार के अन्नदाता किसान पूरे देश में अव्वल हैं. नरेंद्र मोदी सरकार का यह फैसला किसान और बिहार विरोधी है. बिहार के अन्नदाता इसका हिसाब
करेंगे.
-तेजस्वी यादव, राजद नेता
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