जानकारी के मुताबिक, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि ”खास लोगों के प्रति समर्पित बिहार सरकार अगर कोटा में फंसे आम विद्यार्थियों को लाने में अक्षम, अशक्त और असमर्थ है, तो हमें विशेष अनुमति प्रदान करें. हम उन 6500 छात्रों को बिहार लेकर आएंगे. संकट की इस घड़ी में बिहार के भविष्य निर्दोष नादान बच्चों को ऐसे नहीं छोड़ सकते. अनुमति दिजीए.”
इसके बाद जेडीयू प्रवक्ता निखिल आनंद ने पलटवार करते हुए कहा है कि ”बिहार सरकार की सक्षमता का पैमाना तेजस्वी यादव तय करेंगे क्या? लगता है दिल्ली में प्रोफेसर की सोहबत में भाई तेजस्वी को भी स्वयंभू प्रोफेसर बन छात्रों की कॉपी चेक करने का शौक हो गया है!” साथ ही उन्होंने आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा को निशाने पर लेते हुए कहा है कि ”दिल्ली पसंद है तो मनोज कुमार झा की शागिर्दी में वहीं स्कूल में नाम लिखवा लें!! आरजेडी जब बिहार की सरकार और जनता मिलकर कोरोना के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ रही है, तब भाईतेजस्वी यादव दिल्ली में आराम फरमा रहे हैं. आपको ट्वीटर वाली हवा-हवाई राजनीति मुबारक हो!”
जेडीयू प्रवक्ता ने तंज कसते हुए लिखा है कि ”सुनते हैं कि वे इन दिनों मनोज झा स्कूल ऑफ ट्विटर पॉलिटिक्स ज्वाईन कर दिव्य राजनीतिक ज्ञान प्राप्त कर रहे हैं.” मालूम हो कि तेजस्वी यादव ने इससे पहले मुख्यमंत्री को फेसबुक पर खुला पत्र लिख कर लिखा था.