संवाददाता, पटना पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी में तीन और कॉलेजों में सीनियर मोस्ट प्रोफेसर को प्रभारी प्राचार्य बनाया जाना बाकी है. एमएम कॉलेज बिक्रम, हिलसा कॉलेज और आरआर सिंह कॉलेज मोकामा में वहीं, कॉलेज के सीनियर मोस्ट शिक्षक को प्रभारी प्राचार्य बनाया जायेगा. इसके लिए वरीयता मांगी गयी है. वरीयता के आधार पर इन कॉलेजों में भी प्रभारी प्राचार्य की नियुक्ति की जायेगी. वहीं, खगौल महिला कॉलेज प्राचार्य के प्रभार को लेकर चल रहे विवाद को लेकर विवि प्रशासन सोमवार को सुनवाई करेगा. दोनों पक्षों ने अपना पक्ष कुलसचिव के पास रखा है. सोमवार को मामले में पीपीयू प्रशासन सुनवाई कर आगे की कार्रवाई करेगा. दरअसल, पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी की ओर से आठ कॉलेजों में सीनियर शिक्षकों को प्रभार दिया गया है. इन कॉलेजों में पूर्व से प्रभारी प्राचार्य कार्य कर रहे थे. इसके बाद राजभवन के निर्देश के आलोक में कुलसचिव प्रो एनके झा ने इन कॉलेजों में वहां के सीनियर प्रोफेसर को प्रोफेसर इंचार्ज बनाने को लेकर अधिसूचना जारी की. इसी क्रम में महिला कॉलेज खगौल में प्रो उदय राज के लिए अधिसूचना जारी की गयी. जब प्रभार ग्रहण करने गुरुवार को प्रो उदय राय पहुंचे, तो कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य डॉ उषा विद्यार्थी ने प्रभार नहीं सौंपा. मामले को लेकर प्रो उदय राज एवं डॉ उषा विद्यार्थी ने अपना-अपना पक्ष शुक्रवार को पीपीयू प्रशासन को सौंपा है. अब मामले में सोमवार को विश्वविद्यालय में सुनवाई होगी. मामले को लेकर कुलसचिव प्रो एनके झा ने बताया कि कुलपति प्रो इंद्रजीत सिंह के अनुमोदन पर जिस प्राध्यापक को चार्ज दिया गया है, उन्हें वर्तमान प्राचार्य को अनिवार्य रूप से चार्ज देना होगा. नये प्राचार्य को राजभवन और राज्य सरकार के पत्र के आलोक में वरीयता के आधार पर ही प्रभारी प्राचार्यों के रूप में चार्ज दिया गया है.
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