संवाददाता, पटना लोक दर्शन न्यास (पटना) की ओर से प्रतिवर्ष दिये जाने वाले प्रतिष्ठित रामचंद्र खान सामाजिक विज्ञान पुरस्कार-2025 प्रो आदित्य निगम की पुस्तक आसमां और भी हैं और हिलाल अहमद की पुस्तक अल्लाह नाम की सियासत को संयुक्त रूप से प्रदान किया जायेगा. इस पुरस्कार के लिए विगत तीन वर्षों (2022-2024) में हिंदी भाषा में प्रकाशित मौलिक कृतियों को शामिल किया था. इस संबंध में लोकदर्शन न्यास के सचिव डॉ कुमार वरुण ने रविवार को बताया कि पुरस्कार चयन समिति के अनुसार इन दोनों पुस्तकों में वैश्विक स्तर की वैचारिक गुणवत्ता, सृजनात्मक दृष्टि और विमर्श की गंभीरता है. पुरस्कृत लेखकों को यह पुरस्कार लोक दर्शन न्यास के संस्थापक अध्यक्ष और गांधीवादी चिंतक रामचंद्र खान की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में पांच अप्रैल को प्रदान किया जायेगा. उन्होंने बताया कि सामाजिकी के क्षेत्र में दिया जाने वाला यह पुरस्कार समाज-विज्ञान की हिंदी भाषा में लिखित मौलिक कृति को दिया जाता है. पुरस्कार स्वरूप लेखक को धनराशि (एक लाख रुपये) के साथ प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जायेगा. इस वर्ष चार सदस्यीय पुरस्कार चयन समिति में प्रो योगेन्द्र यादव, प्रो मनीषा प्रियम, प्रो राज कुमार और प्रो मणीन्द्र नाथ ठाकुर शामिल थे.
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