
बिहटा. दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड निर्माण कार्य इन दिनों तेजी से चल रहा है. इधर बिहटा प्रखंड के श्रीरामपुर गांव के ग्रामीणों ने मुआवजा न मिलने से नाराज हो सड़क चौड़ीकरण का कार्य रुकवा दिया.
मंगलवार को जिला प्रशासन और निर्माण कंपनी की टीम पुलिस बल के साथ निर्माण कार्य के लिए मकानों को तोड़ने की तैयारी में थी, तभी ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया.ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें अब तक केवल नोटिस मिला है, मुआवजा नहीं दिया गया है. विरोध कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि सरकार का विकास कार्य हमें मंजूर है, लेकिन जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक हम अपने घर और दुकान तोड़ने नहीं देंगे.
जानकारी के मुताबिक, श्रीरामपुर मौजा के लगभग 40 से 50 मकानों को तोड़ने की प्रक्रिया प्रस्तावित है. सभी को नोटिस दिया जा चुका है, लेकिन कई मामलों में दस्तावेजों की कमी या विवाद के कारण मुआवजा जारी नहीं हो पाया है. मुआवजा के लिए विरोध कर रहे मनीष कुमार गिरी, जलेन्द्र कुमार गिरी, राज किशोर राय सहित दर्जनों लोगों की बस एक ही मांग थी कि घर तोड़ने से पहले मुआवजा दे नहीं तो जान दे देंगे लेकिन घर नहीं टूटने देंगे.प्रशासन ने दिया एक सप्ताह का समय
मौके पर पहुंचे अंचलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने ग्रामीणों से बातचीत कर मामले को शांत करने की कोशिश की. उन्होंने दानापुर एसडीओ से बातचीत के बाद ग्रामीणों को एक सप्ताह का समय दिया है. जिनकी जमीन अधिग्रहित हुई है, उन्हें नियमानुसार मुआवजा मिलेगा. दस्तावेजों की प्रक्रिया में कुछ देरी हुई है, उसे जल्द निपटाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है