संवाददाता, पटना बिहार में अप्रैल माह में पड़ने वाली गर्मी को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने गर्मी एवं लू से बचाव के लिए बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के द्वारा तैयार हिट वेब के आलोक में संबंधित विभागों को तैयारी करने का दिशा-निर्देश दिया है. विभाग ने परिवहन विभाग को कहा है कि लू के दौरान जहां तक संभव हो,वाहनों का परिचालन कम से कम किया जाये.वहीं,11 बजे से साढ़े तीन बजे तक सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों के परिचालन को नियंत्रित किया जायेगा, तो लू सेलोगों को बचाया जा सकता है.इस संबंध में सभी विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव और सचिव को एसओपी भेजा गया है. जिलों में लू के दौरान क्या करें और क्या नहीं करें. इसको प्रचारित करने में जीविका, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की भी सहायता ली जायेगी. सार्वजनिक गाड़ियों में पेयजल और ओआरएस की करें व्यवस्था आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों के सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में पेयजल और ओआरएस के साथ-साथ प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था की रखने को लेकर परिवहन विभाग को दिशा- निर्देश भेजा है. आपदा ने गर्मी में लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए विभाग को कहा है कि ऐसा किया जा सकता है. जिसके बाद विभाग स्तर पर गर्मी को लेकर सार्वजनिक गाड़ियों में जलापूर्ति एवं ओआरएस रखने का निर्देश जल्द भेजा जायेगा. सोमवार को इस संबंध में बैठक भी हुई है. इन जिलों में भूजल की निगरानी बढ़ाने के लिए कंट्रोल रूम की होगी स्थापना पटना सहित नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, जहानाबाद,लखीसराय,खगड़िया,समस्तीपुर, जमुई, बांका, सिवान, सारण, गोपालगंज, वैशाली, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मुंगेर, गया, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगबाद, अरवल में सबसे अधिक गर्मी पिछले कुछेक साल से पड़ रही है. इन इलाकों में भू- जल की स्थिति, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाएं, धातृ महिलाएं और बच्चों के बचाव के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. वहीं, इन जिलों में भूजल की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की जायेगी.
संबंधित खबर
और खबरें