संवाददाता, पटना कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने में सोलर एनर्जी समेत नवीकरणीय ऊर्जा की जरूरत है- बिजेंद्र यादव बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की तरफ से तारामंडल में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन राजधानी के तारामंडल स्थित तीन दिवसीय कार्यशाला बिहार रिन्युएबल एनर्जी एक्सपो 2025 का उद्घाटन शुक्रवार को किया गया. कार्यशाला का आयोजन बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (बीआइए) की तरफ से किया गया. कार्यशाला का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, मेयर सीता साहू व अन्य लोगों ने मिलकर किया. कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने नवीकरणीय ऊर्जा और पंप स्टोरेज नीति जल्द पारित होने की घोषणा की. बिहार रिन्यूएबल एनर्जी एक्सपो 2025 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सम्राट चौधरी ने बताया कि 15 दिनों में दोनों नीतियों को राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिल जायेगी. उन्होंने यह भी बताया कि मौजूदा सरकार ने प्रदेश में बिजली को 17 लाख घरों से बढ़ाकर 2.14 करोड़ घरों में पहुंचाया. इसके अलावा प्रदेश में जगह-जगह पर फीडर, ग्रिड का निर्माण पूर्ण रूप से किया गया. उन्होंने यह भी बताया कि सन फार्मा ने बिहार में 1200 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा प्लांट के लिए 30 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है. बिहार सरकार अपने 60 हजार करोड़ रुपये सालाना आंतरिक राजस्व का एक चौथाई 15 हजार करोड़ बिजली पर खर्च करती है. इस कार्यशाला में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने में सोलर एनर्जी समेत नवीकरणीय ऊर्जा की जरूरत है. इससे पावर की उपलब्धता और पर्यावरण संतुलन दोनों बना रहेगा. ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बिहार में 19 किलोवाट तक के औद्योगिक बिजली कनेक्शन को सिक्योरिटी डिपोजिट से फ्री रखा गया है. ऊर्जा मंत्री ने बताया कि बिहार में सोलर एनर्जी की संभावना सबसे अधिक है. सिडबी की महाप्रबंधक अनुभा प्रसाद ने कहा कि वर्ष 2030 तक भारत में 500 गीगा वाट नवीकरणीय ऊर्जा का लक्ष्य है. सिडबी महाप्रबंधक ने बिहार में सोलर प्लांटों व सोलर कंपोनेंट्स उत्पादन प्लांट्स की स्थापना के लिए उद्यमियों को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया. बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष केपीएस केसरी ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि बीआइए ने सामाजिक दायित्व के तहत यह तीन दिवसीय आयोजन किया है. बिहार सोलर एनर्जी के क्षेत्र में 2027-28 लक्ष्य से एक तिहाई-पीछे रह सकता है. इसके लिए यहां सौर ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि पीएम कुसुम योजना के तीन आयाम बिहार में लागू नहीं हैं. बिहार में पहली बार हो रहे बिहार रिन्यूएबल एनर्जी एक्सपो 2025 में देश की 35 सोलर कंपनियां भाग ले रही है. कार्यक्रम को स्टेट बैंक के डीजीएम तरुण सक्सेना और बीआइए महासचिव अमरनाथ जायसवाल ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार, उपाध्यक्ष आशीष रोहतगी, पूर्व अध्यक्ष अरुण अग्रवाल, राम लाल खेतान पूर्व उपाध्यक्ष संजय गोयनका, सदस्य अनूप अग्रवाल, मनीष दुदवेवाला, मनीष तिवारी आदि मौजूद थे.
संबंधित खबर
और खबरें