संविधान बचाने की मुहिम, कांग्रेस का बड़ा दांव
इस सम्मेलन में कांग्रेस ऐतिहासिक संघर्षों को याद करते हुए संविधान बचाने की अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाएगी. कार्यक्रम में निम्नलिखित मुद्दों पर चर्चा होगी-
- बापू के नमक सत्याग्रह आंदोलन का ऐतिहासिक महत्व
- बुद्ध नोनिया और अमर शहीद प्रजापति रामचंद्र विद्यार्थी की शहादत
- बाबू जगजीवन राम का सामाजिक न्याय में योगदान
कांग्रेस ने इस सम्मेलन में संविधान, सामाजिक न्याय और सांप्रदायिक सद्भाव की रक्षा करने वाले संगठनों से भाग लेने की अपील की है. पार्टी का कहना है कि ‘संविधान पर मंडरा रहे खतरे के बीच, राहुल गांधी के नेतृत्व में संविधान सुरक्षा आंदोलन में सभी को भागीदार बनना चाहिए.’
कांग्रेस में बड़ा बदलाव, बिहार में संगठन को धार देने की तैयारी
राहुल गांधी के इस दौरे को बिहार कांग्रेस के बड़े बदलाव से भी जोड़ा जा रहा है. जनवरी और फरवरी में उनके दौरे के बाद प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष बदले गए थे. अब जिलाध्यक्षों की नई टीम बनाने की तैयारी हो रही है, जिसके लिए स्क्रूटनी कमिटी बनाई गई है.
सूत्रों के मुताबिक, बिहार कांग्रेस में सामाजिक न्याय को मजबूत करने के लिए पिछड़ी और अतिपिछड़ी जातियों के नेताओं को अधिक जिम्मेदारी दी जाएगी. राहुल गांधी ने दिल्ली में हुई बैठक में भी इस बात पर जोर दिया था कि कांग्रेस की लीडरशिप संतुलित हो और इसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व दिखे.
आरजेडी के प्रभाव से मुक्त होने की कोशिश?
बिहार कांग्रेस पर लंबे समय से आरोप लगता रहा है कि पार्टी आरजेडी के प्रभाव में काम कर रही है. हालांकि, राहुल गांधी अब कांग्रेस को स्वतंत्र पहचान देने की कोशिश कर रहे हैं. महागठबंधन में रहते हुए भी कांग्रेस अपनी शर्तों पर चुनाव लड़ने की रणनीति बना रही है.
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