रथ में लगा होगा हाइड्रोलिक्स
कृष्ण कृपा दास ने बताया कि रथ को हाइड्रोलिक सिस्टम से तैयार किया गया है. 40 फीट ऊंचे रथ को जहां जरूरत पड़ेगी हाइड्रोलिक सिस्टम से ऊपर ओर नीचे भी किया जायेगा. दास ने बताया कि जगन्नाथ यात्रा रथ पूरी तरह तैयार है और उसको सजाने का काम भी शुरू कर दिया गया है.
रथयात्रा एकता एवं सुख-शान्ति का प्रतीक
दास ने कहा कि भगवान श्रीजगन्नाथजी भगवान श्रीकृष्ण के ही अभिन्न स्वरूप हैं तथा उनकी यह यात्रालीला अद्भुत है. यह रथयात्रा एकता एवं सुख-शान्ति का प्रतीक है. भगवान की महती कृपा है कि जीवों के कल्याण के लिए दर्शन देने के लिए स्वयं प्रत्येक वर्ष बाहर निकलते हैं. इस्कॉन के प्रतिष्ठाचार्य एसी भक्तिवेदान्त स्वामी प्रभुपाद ने आज पुरी के साथ-साथ पूरे विश्व में श्रीजगन्नाथ रथयात्रा निकाल कर दर्शन सुलभ करा दिया.
Also Read: सुपौल में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ा, बैराज के 29 गेट खोले गए, बढ़ी तटबंधों की निगरानी
कोलकाता के फूल से सजाए जाएंगे रथ
नंद गोपाल दास ने बताया कि रथयात्रा के दिन कोलकाता से फूल मंगाकर रथ को सजाया- संवारा जायेगा. दास ने बताया कि रथ यात्रा इस्कॉन मंदिर से दोपहर 2 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगी और तारामंडल होते हुए पटना हाई कोर्ट, बिहार म्यूजियम, पटना वीमेंस कॉलेज, इनकम टैक्स गोलंबर, कोतवाली, डाकबंगला चौराहा होते हुए शाम छह बजे तक इस्कॉन मंदिर पहुंचेगी. रथ यात्रा का मार्ग में जगह-जगह पर फूल और आरती उतार कर स्वागत किया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस्कान पटना की ओर से वर्ष 2000 से जगन्नाथ यात्रा रथयात्रा निकाली जा रही है.