विकास में सीआइआइ का अहम योगदान
सम्राट चौधरी ने कहा कि भारत उन्नति की ओर जा रहा है. इसमें सीआइआइ का अहम योगदान दे रहा है. उन्होंने कहा कि सूबे में निवेशकों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सिंगल विंडों के माध्यम से देश-दुनिया के निवेशकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. उद्योग मंत्री नीतिश मिश्रा ने कहा कि राज्य में नये औद्योगिक वातावरण का निर्माण हो. बिहार के बजट की दिशा उद्योग के अनुकूल है. कृषि, महिला, युवा और उद्योग के अनुकूल बजट पेश कर सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बना कर बिहार को पूर्वी भारत का सर्वाधिक अनुकूल राज्य बनाया है, जहां अपनी माटी अपना रोजगार की दिशा में काम होगा.
एमएसएमइ साबित होगी मौन क्रांति
इसके पूर्व सीआइआइ बिहार स्टेट काउंसिल के नवनिर्वाचित अध्यक्ष गौरव साह ने पूर्व अध्यक्ष डॉ सत्यजीत सिंह के सफल कार्यकाल की सराहना करते हुए उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों की चर्चा की, जिनमें नीति समर्थन, निवेश प्रोत्साहन और उद्योग-सरकार के सहयोग को मजबूत बनाना शामिल है. उन्होंने यह भी कहा कि वह नीति निर्माण, सरकारी समन्वय और उद्योग संचालित पहल को और प्रभावी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे बिहार के औद्योगिक विकास को गति मिलेगी. उद्योग विभाग की प्रधान सचिव उद्योग विभाग बंदना प्रेयसी ने कहा कि सरकार उद्योग के जरिये रोजगार पैदा करने की दिशा में काम कर रही है. महिलाओं के प्रति संवेदनशील सरकार है और आनेवाले समय में एमएसएमइ मौन क्रांति के रूप में ग्रामीण क्षेत्रों में छाने को तैयार है.
गौरव साह बने सीआइआइ बिहार स्टेट काउंसिल के नये अध्यक्ष
मौके पर गौरव साह ने सीआइआइ बिहार स्टेट काउंसिल के अध्यक्ष और प्रिंस रंजन ने उपाध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला. गौरव साह ने बिहार में व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने, उद्योगों की भागीदारी को बढ़ाने और सरकार व निजी क्षेत्र के बीच सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहरायी. मौके पर नीलाभ केशव, प्रमोद शर्मा, एके वर्मा, बीआइए के अध्यक्ष केपीएस केशरी, बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुभाष पटवारी, रामलाल खेतान, क्रेडाइ के नरेंद्र कुमार, कमल नोपानी, क्रेडाइ के नरेंद्र कुमार, उषा झा भी मौजूद थीं. धन्यवाद ज्ञापन सीआइआइ के उपाध्यक्ष प्रिंस रंजन ने किया.
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