-माध्यमिक स्तर पर स्कूलों में चलायी जायेंगी विशेष कक्षाएं संवाददाता, पटना: राज्य के सभी माध्यमिक स्तर के सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12वीं कक्षा में पढ़ रहे स्टूडेंट्स को निवेश के बारे में बताया जायेगा. बच्चों को पैसा बचत करने का तरीका बताया जायेगा. फिजूल खर्ची से होने वाले नुकसान की जानकारी दी जायेगी. इस कार्ययोजना के तहत अगस्त महीने में विशेष कक्षाएं आयोजित की जायेंगी. इसके लिए चयनित किये गये शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है. ये ट्रेनर शिक्षक अब अपने-अपने जिलों में अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षण देंगे. प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक आगे स्कूलों में विद्यार्थियों को वित्तीय साक्षरता की कक्षाएं देंगे. बच्चे बचपन से ही पैसे के प्रबंधन और निवेश के मूलभूत सिद्धांतों को समझें: यह जानकारी बच्चों को गणित विषय की कक्षाओं में वित्तीय साक्षरता मिशन के तहत दी जायेगी. राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीइआरटी) बच्चों को इन सब की जानकारी देने के लिए कार्ययोजना तैयार कर रही है. स्कूलों में अब तक गणित की कक्षा में बच्चे चक्र वृद्धि ब्याज और सरल ब्याज जैसे सवाल हल करते थे. अब इन्हीं सवालों के माध्यम से उन्हें निवेश की वास्तविक जानकारी दी जायेगी, ताकि बच्चे बचपन से ही पैसे के प्रबंधन और निवेश के मूलभूत सिद्धांतों को समझें. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को छोटे गुल्लक से बड़े गुल्लक की ओर सोचने की प्रेरणा देना है. फ्राड से कैसे बचे दी जायेगी जानकारी: शिक्षक बच्चों को यह सिखायेंगे कि अगर उन्हें एक रुपया मिलता है, तो वे उसे कैसे निवेश करेंगे. बच्चों को यह भी बताया जायेगा कि इंटरनेट मीडिया के तहत कैसे आम आदमी फ्राड के चक्कर में पड़ जा रहे हैं. इससे बचने की भी जानकारी स्टूडेंट्स को दी जायेगी. बच्चों को वित्तीय ज्ञान होना आवश्यक है. इस पहल से बच्चों को न केवल अकादमिक ज्ञान मिलेगा, बल्कि वे जीवन की एक अहम कला धन का प्रबंधन भी सीखेंगे. वित्तीय ज्ञान देने के साथ-साथ निवेशक बनने में भी मदद मिलेगी. वित्तीय साक्षरता से बचपन से ही पैसे की कद्र और सही उपयोग की भावना विकसित होगी.
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