भाई-बहन की हत्या में रिश्तेदार सहित सात गिरफ्तार

जानीपुर थाने के नगवां गांव में भाई-बहन अंश व अंजली की निर्मम हत्या करीबी ने की है. इस मामले में एक रिश्तेदार सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

By MAHESH KUMAR | August 2, 2025 12:53 AM
feature

संवाददाता, पटना/फुलवारीशरीफ जानीपुर थाने के नगवां गांव में भाई-बहन अंश व अंजली की निर्मम हत्या करीबी ने की है. इस मामले में एक रिश्तेदार सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अन्य लोगों की संलिप्तता भी सामने आयी है, जिसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. इसमें दो हत्या की घटना को अंजाम देने में शामिल थे और पांच लोग उनका सहयोग करने में शामिल थे. सूत्रों के अनुसार, घटना का मूल कारण प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है. हालांकि आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने दोनों की गिरफ्तारी की पुष्टि की और बताया कि फिलहाल पूछताछ की जा रही है. अन्य की भी संलिप्तता भी सामने आ रही है. उन्हें भी पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी दी जाएगी. इधर, शुक्रवार को घटनास्थल पर डॉग स्क्वायड और एफएसएल की टीमों ने जांच की. घटनास्थल से एक टोपी भी मिली है, जो बदमाशों की थी. इसी टोपी के आधार पर पुलिस ने पड़ोस के दो संदिग्ध लोगों को उठाया और पूछताछ की तो सारी कहानी सामने आ गयी. इस मामले में पुलिस अब तक 25 लोगों से पूछताछ कर चुकी है. एक युवक को पुलिस ने गांव के पास झाड़ी से पकड़ा, जो घटना के बाद से लापता था. पुलिस ने डंप डेटा, तकनीकी सर्विलांस और स्थानीय सूचना के आधार पर दोनों युवकों की गतिविधियों को संदिग्ध पाया था. गांव में चर्चा है कि जिन दो युवकों को उठाया गया है, उनमें से एक के पिता को वारदात के तुरंत बाद शोभा देवी (मृतकों की मां) ने सबसे पहले आवाज देकर बुलाया भी था. विधायक समेत सैकड़ों लोग धरने पर बैठे, बंद रहीं दुकानें शुक्रवार को जन आक्रोश सड़कों पर उमड़ पड़ा. रानीपुर बाजार समेत जानीपुर क्षेत्र की सभी दुकानें बंद रहीं. विधायक गोपाल रविदास के साथ व्यापारी, महिलाएं और युवाओं ने सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शन किया और धरना पर बैठ गये. ग्रामीणों व परिजनों का आरोप है कि प्रथम दृष्टया यह संभावना है कि बच्ची से दुष्कर्म किया गया और तकिया से चेहरे को दबा कर हत्या के बाद जला दिया. व्यावसायिक संघ ने किया बंद का समर्थन : हत्या के विरोध में स्थानीय लोगों ने जहां प्रदर्शन किया, वहीं व्यावसायिक संघ ने दुकानों को बंद करने की घोषणा की. संघ के समर्थन के बाद जानीपुर इलाके में तमाम दुकानें बंद रहीं. विधायक गोपाल रविदास व सीपीआइ एमएल के प्रखंड सचिव गुरुदेव दास के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने मृतक परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा, जानीपुर थाना प्रभारी को बर्खास्त करने और 12 घंटे के भीतर अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की. प्रदर्शन में रामकुमार यादव, रोहित यादव, देवी पासवान, शुभम यादव समेत सैकड़ों ग्रामीण व पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए. अपराधियों ने माता-पिता के ड्यूटी पर जाने के बाद दिया घटना को अंजाम अंजली 10 वीं की छात्रा थी और अगले साल उसे मैट्रिक की परीक्षा देनी थी, जबकि अंश छठी कक्षा का छात्र था. ललन गुप्ता निर्वाचन आयोग में कैजुअल कर्मी के रूप में काम करते हैं और मां शोभा देवी पटना एम्स में सुरक्षा गार्ड है. ललन गुप्ता मूल रूप से गया जी के रहने वाले हैं. दोनों ही अपने-अपने काम पर गये हुए थे और इस दौरान ही यह घटना घटित हुई. बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि उसके माता-पिता इस समय घर में नहीं रहते हैं. बच्चों के पिता ललन गुप्ता ने बताया कि घटना करीब दोपहर 12 से 1:30 बजे के बीच की है. बच्चों की हत्या कर दी गयी और साक्ष्य को छिपाने के लिए आग लगा दी गयी. उनकी पत्नी ने घटना के संबंध में 2.30 बजे जानकारी दी. इसके बाद वे घर पहुंचे. बनायी गयी थी विशेष टीम एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने सिटी एसपी वेस्ट भानू प्रताप सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया था. एसएसपी खुद इस केस की मॉनिटरिंग कर रहे थे और अलग-अलग टीम उस इलाके में लोगों से पूछताछ कर रही थी. हत्या के विरोध में कैंडल मार्च निकाला जानीपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में दो मासूम भाई-बहन अंशु और अंजलि की निर्मम हत्या के खिलाफ शुक्रवार की शाम जानीपुर बाजार में कैंडल मार्च निकाला गया. इस शांतिपूर्ण लेकिन भावनात्मक मार्च में हजारों की संख्या में बुद्धिजीवी, सामाजिक कार्यकर्ता, नौजवान और आम लोग शामिल हुए. कैंडल मार्च की अगुवाई स्थानीय विधायक गोपाल रविदास ने की. उनके साथ भाकपा माले के प्रखंड सचिव गुरुदेव दास, जिला परिषद सदस्य दीपक मांझी, प्रखंड प्रमुख मुन्नी देवी, शुभम यादव और बड़ी संख्या में समाजसेवी व आम ग्रामीण शामिल रहे. मार्च जानीपुर बाजार के मुख्य मार्ग से गुजरता हुआ पूरे इलाके में इंसाफ की पुकार बन गया. लोगों ने मोमबत्ती हाथों में लेकर नारे लगाए. मार्च के दौरान पूरा माहौल ग़मगीन और आक्रोश से भरा रहा. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कर दोषियों को सख्त सजा दी जाए. महिला समाज का दल परिवार से मिला जानीपुर गांव में हुई घटना पर बिहार महिला समाज ने अपनी संवेदना व्यक्त की है. मामले की जांच करने के लिए बिहार महिला समाज की तरफ से एक जांच दल जानीपुर के नगवां गांव पहुंचा और पीड़ित परिवार से मुलाकात की. जांच दल में बिहार महिला समाज की अध्यक्ष निवेदिता झा, जिला सचिव कृष्णा देवी, रंगकर्मी मोना झा शामिल थीं. इस दौरान निवेदिता झा ने कहा कि घटना की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की है. घटना में शामिल आरोपितों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए. इधर, बिहार महिला समाज की ओर से जांच करने के बाद घटना से संबंधित एक रिपोर्ट भी जारी की गयी है.

संबंधित खबर और खबरें

यहां पटना न्यूज़ (Patna News) , पटना हिंदी समाचार (Patna News in Hindi), ताज़ा पटना समाचार (Latest Patna Samachar), पटना पॉलिटिक्स न्यूज़ (Patna Politics News), पटना एजुकेशन न्यूज़ (Patna Education News), पटना मौसम न्यूज़ (Patna Weather News) और पटना क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर.

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version