क्या हुई थी पूरी घटना?
सीवान में हुए ट्रिपल मर्डर को लेकर मुख्य रूप से यह कहा जा रहा है कि, शराब धंधेबाजों के खिलाफ आवाज उठाना ही लोगों को भारी पर गया. पूरी घटना को लेकर बताया जा रहा है कि, कौड़ियां वैश्य टोला गांव के लोगों द्वारा शराब के धंधे के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश महंगा पड़ गया. धारदार हथियारों से लैस एक दबंग शराब माफिया ने 40 से अधिक लोगों के साथ मिलकर मलमलिया बाजार में हमला बोल दिया. इस घटना में तीन लोगों की तलवार से हत्या कर दी गई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.
माफियाओं को लेकर पहले ही की गई थी शिकायत
इधर, ग्रामीणों का आरोप है कि लगभग एक महीने पहले महाराजगंज सीडीपीओ और भगवानपुर थाना अध्यक्ष को शराब माफियाओं के नामों की जानकारी दी गई थी. लेकिन, पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. वहीं, इस घटना को अंजाम देने के पूर्व बुधवार को हुई वारदात के साथ जोड़कर देखा जा रहा है. बताया जाता है कि, थाना क्षेत्र के कड़िया वैश्य टोली निवासी कन्हैया सिंह ने सात लोगों पर पिस्टल और चाकू के बल पर मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने और जबरन अपने घर ले जाकर वीडियो बनाने का आरोप लगाया.
कन्हैया सिंह ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
इसी मामले को लेकर गुरुवार को पुलिस के पास आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई. जिसमें कन्हैया सिंह गांव के शत्रुघ्न सिंह, सूरज कुमार, किशन सिंह, दीपक कुमार सिंह, रूपेश सिंह, पवन कुमार को आरोपी बनाया गया. इसी मुकदमे के बाद बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया. दरअसल, मुकदमा दर्ज होने पर आरोपी पक्ष एक बड़ी घटना को अंजाम देने योजना बना डाली . हालांकि. इसकी दूसरे पक्ष को भनक तक नहीं लगी.
पूरे इलाके में तनाव की स्थिती
इधर, कुछ लोगों का कहना है कि हमलावर पक्ष ने मुकदमे के बाद समझौता के लिये मलमलिया बाजार बुलाया था. समझौते के नीयत से बुलाये गये लोगों पर पूर्व योजना के तहत धारदार हथियार से लैस लोगों ने हमला कर घटना को अंजाम दिया. इतना ही नहीं, इस वारदात को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी शराब का धंधेबाज ही बताया जाता है, जिसका पीड़ित पक्ष के लोग विरोध करते थे. ऐसे में इस घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव की स्थिती बनी हुई है. लोग भय के साए में हैं. हालांकि, पुलिस तमाम गतिविधियों पर नजर बनाए हुई है.
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