– एक जिला, एक उत्पाद के तहत जिलावार फसलों का हुआ चयन – चयनित फसलों के लिए विशेष कार्यक्रम बनाकर विकसित किया जायेगा मनोज कुमार, पटना राज्यभर में एक जिला, एक उत्पाद का चयन कर लिया गया है. रबी और खरीफ मौसम के अनुसार एक-एक फसल का चयन हुआ है. चयनित फसलों को विकसित करने के लिए सरकार विशेष योजना तैयार करेगी. प्राथमिकता के आधार पर उन फसलों को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम बनाये जायेंगे. पटना में केला (पौधा), रबी में टमाटर, नालंदा में हल्दी व मक्का, भोजपुर में मिलेट्स व तीसी, रोहतास में सोनाचूर धान व मिर्च, बक्सर में हरी मिर्च व टमाटर, कैमूर में सोनाचूर धान और हरा टमाटर क्रमश: खरीफ और रबी फसल के रूप में चुने गये हैं. मुजफ्फरपुर में हरी मिर्च व दरभंगा में सिंघाड़ा चिह्नित मुजफ्फरपुर में हरी मिर्च व लहसुन, शिवहर में खस व मटर, सीतामढ़ी में हल्दी और तीसी, वैशाली में हल्दी तथा टमाटर का चयन किया गया है. सारण में केला व राजमा, सीवान में हल्दी व लहसुन, गोपालगंज में हल्दी तथा टमाटर, दरभंगा में सिंघाड़ा व राजमा, मधुबनी में केला पौधा और तीसी, समस्तीपुर में हल्दी व सौंफ का चयन क्रमश: रबी और खरीफ फसल के रूप में किया गया है. कोशी व पूर्णिया प्रमंडल के जिलों में मखाना जिले का पहला उत्पाद कोशी व पूर्णिया प्रमंडल के सभी जिलों सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार में मखाना खरीफ फसल के रूप में जिले का उत्पाद होगा. जबकि सहरसा, मधेपुरा व सुपौल में राजमा, अररिया, किशनगंज, कटिहार में हरी मिर्च, पूर्णिया में स्वीट कॉर्न को खरीफ फसल के रूप में जिले का उत्पाद चुना गया है. भागलपुर में कतरनी धान व नवादा में राजमा का चयन भागलपुर में कतरनी धान व प्याज, बांका में कतरनी धान और टमाटर, लखीसराय में प्याज व हरा मटर, लखीसराय में प्याज और हरा मटर, शेखपुरा में मूंगफली व प्याज जिले का उत्पाद चुना गया है. जबकि बेगूसराय में सोयाबीन व हरी मिर्च, खगड़िया में हल्दी व हरी मिर्च, गया में मिलेट्स व प्याज, नवादा में खरीफ प्याज व राजमा, जहानाबाद में हल्दी व तीसी, औरंगाबाद में हल्दी व प्याज तथा अरवल में भतुआ और हरी मिर्च का चयन जिले के उत्पाद के रूप में हुआ है.
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