खेल संवाददाता, पटना : बिहार स्कूल ऑफ योगा के विश्वप्रसिद्ध योगगुरु स्वामी शिव ध्यानम सरस्वती ने गुरुवार को बिहार राज्य खेल प्राधिकरण में योग का जीवन में महत्व से संबंधित जानकारी खिलाडियों, कर्मचारियों और प्रशिक्षकों के बीच साझा की. आइआइटी दिल्ली से इंजीनियरिंग और एएमआइटी से मास्टर्स की डिग्री हासिल करने वाले योगगुरु आधुनिक और पारंपरिक योग के विभिन्न आसनों, जीवनशैली में परिवर्तन कर अपने जीवन को स्वस्थ व सुखी बनाने के मह्त्वपूर्ण बिंदुओं पर उपयोगी जानकारी दी. आधुनिक जीवनशैली में काम की व्यस्तता, भागदौड़ या खेल के दौरान खिलाडियों के शारीरिक और मानसिक थकान और तनाव से आराम के लिए उन्होंने आसन के माध्यम से लोगों को योग के महत्व को समझाया. उन्होंने बताया कि योग सिर्फ विभिन्न प्रकार के आसनों के माध्यम से शरीर को स्वस्थ रखने की ही विधा नहीं है बल्कि उससे भी ज्यादा मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की विधा है. शारीरिक रूप से आप भले ही स्वस्थ हों मगर मानसिक रूप से अगर आप बीमार, तनावग्रस्त और कमजोर हैं तो किसी कार्य में सफलता का संदेह रहता है़ योग और ध्यान के माध्यम से मानसिक एकाग्रता, उचित निर्णय लेने की क्षमता और सही विश्लेषण का बोध होता है जिससे किसी भी क्षेत्र में पूरे आत्मविश्वास के साथ बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और हर चुनौतियों का दृढ़ता से सामना कर सकते हैं. बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रण शंकरण ने बताया कि 21 जून विश्व योग दिवस के अवसर पर प्राधिकरण में 14 से 21 जून तक खिलाड़ियों को बिहार स्कूल ऑफ योगा द्वारा योग का विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा.
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