चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा चुस्त करने का निर्देश
खुफिया एजेंसियों की मानें तो आतंकी संगठन किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं. जिसको लेकर अलर्ट किया गया है. आतंकी संगठन देश की आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के लिए राजनीतिक और धार्मिक व्यक्तियों को निशाना बना सकते हैं. भीड़ भाड़ वाली जगहों पर विशेष निगरानी रखने को कहा गया है. धार्मिक स्थलों, औद्योगिक इकाईयों और रेलवे की सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया है. इन हालातों को देखते हुए सभी जिलों में भीड़-भाड़ वाले स्थानों, धार्मिक स्थलों, औद्योगिक इकाइयों और रेलवे परिसरों की सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया पर हमले से जुड़े वीडियो और टिप्पणियों पर नजर रखने को कहा गया है. इसके अलावा, विधानसभा, विधान परिषद, पटना हाई कोर्ट, सचिवालयों और सभी प्रमुख सरकारी संस्थानों की सुरक्षा भी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं.
पाकिस्तान के साथ युद्ध जैसी स्थिति
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला था. इस हमले के बाद कड़े कदम उठाते हुए भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करने का एलान कर दिया. यह संधि दोनों देशों के बीच जल बंटवारे को लेकर बनी थी. भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिक को अपने देश जाने का निर्देश दिया. इधर, पाकिस्तान से तनातनी के बीच केंद्र सरकार ने कई राज्यों से 7 मई को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है. इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी. यह इसलिए किया जा रहा है ताकि युद्ध की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
Also Read: Bihar News: बिहार ने 20 वर्षों में ऊर्जा के क्षेत्र में रचा इतिहास, उत्पादन क्षमता में की 7 गुना वृद्धि