फतुहा. वैशाली जिला के राघोपुर दियारा को पटना से जोड़ने वाला रुस्तमपुर-कच्ची दरगाह और पक्की दरगाह स्थित दूसरा पीपा पुल भी रविवार सुबह खुल गया. अब लगातार छह महीनों के लिए राघोपुर दियारा के लगभग दो दर्जन गांवों का सीधा सड़क संपर्क पटना से टूट गया है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुल निगम और उसके ठेकेदार ने जल्दबाजी में यह निर्णय लिया है जबकि नदी में जलस्तर भी नहीं बढ़ा है. पीपा पुल के बंद होने से राघोपुर, जुड़ावनपुर, चकसिंगार, मल्लिकपुर, सैदाबाद, पहाड़पुर, रामपुर, बिदुपुर के गोकुलपुर, विसनपुर और बहरामपुर सहित प्रखंड कई गांवों के लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है. दैनिक मजदूरी करने वाले, सब्जी बेचने वाले, दूध बेचने वाले और कार्यालय जाने वाले कर्मचारियों को अब अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए कम से कम एक घंटा पहले घर से निकलना होगा और एकमात्र नाव ही आने-जाने का सहारा रहेगा. इसके साथ ही उनलोगों को नाव के किराये के रूप में जेब भी ढीली करनी पड़ेगी. पुल निर्माण निगम के जूनियर इंजीनियर ने बताया कि सभी पीपा पुलों को खोलने का 15 जून तक खोलने का आदेश है इसलिए इसे खोल दिया गया है. जबकि लोग पीपा पुल को एक सप्ताह बाद खोलने की मांग कर रहे थी कि अभी गंगा का पानी नहीं बढ़ा है. पर पुल निर्माण निगम के अधिकारी और ठेकेदार ने उनकी नहीं सुनी. और सरकार के आदेश के आलोक में दोनों पीपा पुल को खोल दिया. स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां एक मजबूत और स्थायी पुल का निर्माण कराना चाहिए.
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