संवाददाता, पटना राज्य में इस साल 15 हजार किमी लंबाई में ग्रामीण सड़कों सहित 450 पुलों का निर्माण बरसात के बाद शुरू होगा. साथ ही अधिकतम डेढ़ साल में इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य है. इन परियोजनाओं की अनुमानित लागत 17 हजार करोड़ रुपये है. इन परियोजनाओं में ग्रामीण कार्य विभाग ने मरम्मत अवधि से बाहर हो चुकी सड़कों को भी शामिल किया है. 31 मार्च, 2025 तक राज्य में ऐसी 10 हजार किमी ग्रामीण सड़कों को चिह्नित कर लिया गया है. इनकी अनुमानित लागत करीब 10 हजार करोड़ रुपये है. सूत्रों के अनुसार इन सड़कों का निर्माण होने के बाद सात वर्षों तक रखरखाव होगा. इस अवधि में दो बार सड़कों का कालीकरण किया जाएगा, ताकि सतह मजबूत बनी रहे और राइडिंग क्वालिटी में कोई कमी नहीं हो. साथ ही सभी संवेदकों को रूरल रोड रिपेयर व्हीकल रखने का निर्देश दिया गया है, जिससे ग्रामीण सड़कों के खराब होने पर उसकी तुरंत मरम्मत की जा सकेगी. इसके साथ ही राज्य के 13 हजार टोलों में अब तक बारहमासी सड़कों का निर्माण नहीं हो सका है़ इसके लिए लगभग 16 हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण होना है. विभाग ने चरणबद्ध तरीके से तीन वर्षों में इन सड़कों का निर्माण करने का निर्णय लिया है. इन सड़कों के निर्माण पर लगभग पांच हजार करोड़ खर्च होंगे.
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