संवाददाता, पटना एनआइटी पटना में सोमवार को स्मार्ट और अगली पीढ़ी की सामग्रियों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) व मशीन लर्निंग (एमएल) विषय पर दो सप्ताह का फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का भव्य शुभारंभ हुआ. यह कार्यक्रम 14 अगस्त तक चलेगा और इसमें देशभर से शिक्षकों, शोधकर्ताओं और उद्योग विशेषज्ञ शामिल होंगे. कार्यक्रम का एनआइटी पटना के निदेशक प्रो पीके जैन के संरक्षण में हुआ. आरकेडीएफ विश्वविद्यालय भोपाल से प्रो विजय के अग्रवाल कार्यक्रम से जुड़े, जबकि एनआइटी पटना की ओर से डॉ अभिषेक सिंह (मेकैनिकल इंजीनियरिंग विभाग), डॉ अंकुर चौरसिया व प्रो अमित कुमार एफडीपी के समन्वयक हैं. कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षाविदों और प्रोफेशनल्स को स्मार्ट मेटेरियल्स के डिजाइन, विश्लेषण और अनुकूलन के लिए एआइ व एमएल तकनीकों से लैस करना है. पहले दिन प्रतिभागियों को एआइ आधारित सामग्री मॉडलिंग, गुण पूर्वानुमान और डेटा-संचालित खोज तकनीकों से अवगत कराया गया. इस कार्यक्रम में आइआइटी, आइआइएससी, एनआइटी और सीएसआइआर-एनएमएल जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं. पहले दिन आइआइएससी बेंगलुरु के डॉ साइजी गोपालकृष्ण और एमएनएनआइटी भोपाल के डॉ टीएन वर्मा ने एक्सपर्ट टॉक दिया. उन्होंने बताया कि डेटा-संचालित दृष्टिकोण किस प्रकार मेटेरियल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है. एफडीपी के अंतर्गत 40 घंटे की लाइव ऑनलाइन कक्षाएं, प्रोजेक्ट कोडिंग, अध्ययन सामग्री और मूल्यांकन जैसी गतिविधियां शामिल हैं. यह कार्यक्रम डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे राष्ट्रीय अभियानों के अनुरूप तैयार किया गया है. पहले दिन की सत्रों में देशभर के शैक्षणिक संस्थानों से आये प्रतिभागियों की सक्रिय भागीदारी और उत्साह उल्लेखनीय रहा. आयोजकों को उम्मीद है कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम शिक्षकों व शोधार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगा.
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