संवाददाता, पटना : आइजीआइएमएस में साथी की मौत के बाद प्रदर्शन करने वाले छात्रों को राहत मिली है. संस्थान प्रशासन ने शुक्रवार को संस्थान के शिक्षकों, विद्यार्थियों, सीनियर व जूनियर रेजिडेंट के लिए इमरजेंसी में आइसीयू के दो बेड आरक्षित करने की घोषणा की. इसके साथ ही शुक्रवार को ओपीडी व इमरजेंसी में सुचारु रूप से इलाज हुआ. निदेशक प्रो बिंदे कुमार ने इसकी पुष्टि की है. वहीं, सूत्रों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ने मामले का संज्ञान लिया था और छात्रों व संस्थानकर्मियों को इमरजेंसी की स्थिति में तुरंत इलाज सुनिश्चित कराने के लिए इमरजेंसी में बेड आरक्षित करने की मांग का समर्थन किया था. इसके बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया. आइजीआइएमएस के प्रभारी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ समरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इमरजेंसी के एबी वार्ड में फैकल्टी, मेडिकल छात्रों, सीनियर-जूनियर रेजिडेंट व स्टाफ के लिए बेड रिजर्व किये गये हैं. ये बेड वेंटिलेटर, माॅनिटर समेत सभी आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित होंगे. इस विशेष व्यवस्था से ड्यूटी या किसी अन्य परिस्थिति में यदि कोई डाक्टर या मेडिकल छात्र अस्वस्थ होता है तो उसे तत्काल भर्ती कर समुचित उपचार किया जा सकेगा.
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